कोरोना संक्रमण के बढते मामलों के चलते लिया गया है निर्णयचंडीगढ। कोरोना संक्रमण के मामलों में हो रही बढोतरी को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश में संचालित सभी आंगनवाडी केंद्रों तथा शिशु गृहों को 30 अप्रैल 2021 तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। इसके बाद प्रदेश में कोरोना की स्थिति को देखते हुए आगामी निर्णय लिया जाएगा।आज यहां जारी बयान में महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में निरंतर हो रही बढोतरी चिंता का विषय है। देश ही नहीं प्रदेश में भी केसों की संख्या लगातार बढ रही है। बीते कुछ दिनों से स्कूलों में भी विद्यार्थियों के कोरोना संक्रमण होने के मामले सामने आए हैं। चूंकि आंगनवाडी केंद्र तथा शिशु गृह में छोटे बच्चों के लिए भी बढता संक्रमण खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सभी 25 हजार 962 आंगनवाडी केंद्रों तथा कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल के लिए संचालित 102 शिशु गृह को 30 अप्रैल 2021 तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।राज्यमंत्री ढांडा ने कहा कि इस अवधि के बाद कोरोना संक्रमण की दर और उस वक्त की स्थिति को देखते हुए आगामी निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आंगनवाडी केंद्रों तथा शिशु गृह के बंद रहने के दौरान नौनिहालों, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं, किशोरियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ आंगनवाडी वर्करों, सहायकों के माध्यम से उन्हें उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाए।