आप नेताओं ने किसानों को हो रही समस्याओं पर हर जिले के डिप्टी कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन, जल्द समाधान की मांग की
चंडीगढ़, 23 अप्रैल। किसानों को हो रही समस्याएं और मंडियों में बारदाना की पहले से कोई व्यवस्था न करने पर आम आदमी पार्टी के किसान विंग के जिला अध्यक्षों ने हर जिले के डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा और उन्हें किसानों की समस्याओं से अवगत कराया एवं इसे तुरंत समाधान करने की मांग की। शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में आप नेता और किसान विंग के प्रदेश अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने कैप्टन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार राज्य की मंडियों में गेहूं की खरीद के लिए बारदाने के पुख्ता इंतजाम करने में फेल रही हैं। सरकार की लचर व्यवस्थाओं और बारदाने की कमी के कारण पंजाब के किसान मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर प्रधानमंत्री मोदी से मिले होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कैप्टन और उनके मंत्री अपने बॉस पीएम मोदी को खुश करने के लिए जानबूझकर किसानों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारदाने की कमी और राज्य सरकार की लापरवाही के कारण मंडियों में बारिश से पंजाब का लाखों टन गेहूं नष्ट हो गया। कैप्टन अमरिंदर की विफलता और मोदी के साथ मिलीभगत के कारण पंजाब के किसान परेशानी में हैं। मंत्री भारत भूषण आशु से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि खरीद अवधि से तीन महीने पहले बारदाना की व्यवस्था क्यों नहीं की गई।

उन्होंने ने कहा कि हर साल खरीद सीजन के दौरान बारदाना की समस्या उत्पन्न होती है, लेकिन सरकार ने अभी भी कोई व्यवस्था नहीं की है। मंडियों में किसानों की फसल बर्बाद हो रही है जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। पंजाब में किसान अपनी फसल बेचने के लिए कई दिनों से मंडियों में संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार सोई हुई है। आप नेता ने कहा कि किसान पिछले हफ़्ते से मंडियों में बैठे है और पंजाब सरकार इस मामले को आज कल करके टाल रही है। इसके अलावा मंडियों में भ्रष्टाचार के कारण भी किसान परेशान हैं। उन्होंने मंत्री से पूछा कि क्या आपकी सरकार मंडियों में बारदाना की पर्याप्त व्यवस्था करने में सक्षम नहीं है? क्या राज्य के लोगों ने परेशान करने के लिए आपको वोट दिया था?
उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के किसान पहले से ही तीनों काले खेती कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं और गंभीर मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं। ऐसे समय में किसानों के प्रति सरकार ने जो रवैया अपनाया वह बेहद निंदनीय है। आप नेता ने सरकार से मांग की कि इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को तुरंत सख्त निर्देश दिए जाए ताकि किसानों को मंडियों में संघर्ष न करना पड़े और उनका गेहूं व्यवस्थित तरीके से खरीदा जा सके।