चंडीगढ़, 14 जून। नाराज चल रहे किसानों को खुश करने की कवायद के तहत हरियाणा सरकार प्रदेश के गन्ना किसानों की बकाया राशि का भुगतान 10 जुलाई तक शत-प्रतिशत कर देगी।
बकाए के भुगतान करने की घोषणा प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ (शुगरफेड) के अधिकारियों के साथ एक रिव्यू मीटिंग के दौरान की। उन्होंने बताया कि हाल ही के पिराई सीजन 2020-2021 के दौरान सहकारी चीनी मिलों ने 429.35 लाख क्विंटल गन्ना खरीदा है। इसकी कुल राशि 1500.83 करोड़ बनती है जिसमें से 1082.16 करोड़ रुपए गन्ना किसानों को दिए जा चुके हैं तथा शेष राशि 10 जुलाई तक दे दिए जाएंगे।
खर्चे कम करने के लिए सिस्टम सुधारने पर रहेगा फोकस
मंत्री ने अच्छा काम करने वाले अफसरों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि हमें इसी प्रकार इस सीजन में भी काम करना हैं। उन्होंने कहा कि, हमें अपने वर्किंग के सिस्टम को और सुधारना है ताकि कम खर्च में मिल चलाई जा सके। मिलों में मरम्मत का काम होना चाहिए ताकि इन्हें घाटे से उबार कर मुनाफे में लाया जा सके।
429.17 लाख टन गन्ने की हुई पिराई
बैठक में बताया गया कि पिराई सीजन 2020-21 में 429.17 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई जबकि 2019-20 में 371.86 लाख क्विंटल पिराई हुई थी। 2020-21 में 41.97 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया जबकि पिराई सीजन 2019-20 में 37.41 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया था।
पिराई सीजन 2020-21 में 87.59 फीसदी क्षमता उपयोग किया गया जबकि पिराई सीजन 2019-20 में 86.13 फीसदी क्षमता उपयोग किया गया था। ऐसे ही, पिराई सीजन 2020-21 में 36.08 करोड़ रुपए की 7.53 करोड़ यूनिट बिजली बेची गई जबकि पिराई सीजन 2019-20 में 32.19 करोड़ रुपए की 6.83 करोड़ यूनिट बिजली बेची गई थी।
630.16 क्विंटल गुड़ का उत्पादन
बैठक में बताया गया कि महम, कैथल और पलवल की सहकारी चीनी मिलों ने 2020-21 के पिराई सीजन के दौरान 630.16 क्विंटल गुड़ का उत्पादन किया। इसी प्रकार, कैथल की सहकारी चीनी मिल में बायो-फयूल के लिए परियोजना पर काम शुरू कर दिया गया है जिसे जल्द ही अन्य सहकारी चीनी मिलों में भी शुरू किया जाएगा।
अच्छा काम करने वालों को मिलेगा इंसेंटिव
सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि जिन चीनी मिलों में कर्मियों व अधिकारियों द्वारा अच्छा काम किया जा रहा है उन्हें इंन्सेटिंव दिया जाएगा और यदि किसी कर्मचारी या अधिकारी के काम में कोई कोताही दिखाई देगी तो उसे दंडित भी किया जाएगा।
कौशल ने कहा कि मिलों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा करें ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार कोई समस्या न हो। उन्होंने चीनी मिलों द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों की ऑनलाइन सेल पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस ऑनलाइन सेल के काम को अन्य मिलों में भी शुरू किया जाएगा।
बैठक में शुगरफेड के प्रबंध निदेशक जितेन्द्र कुमार, सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार आरएस वर्मा और हैफेड के प्रबंध निदेशक डीके बेहरा सहित सहकारी चीनी मिलों के प्रबंध निदेशक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।