अब कम समय में पहुंच जाएंगे धर्मशाला से मैक्लोडगंज
रोव-वे बनकर लगभग तैयार, अगले महीने हो सकता है शुरु
धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश)। खूबसूरत वादियों वाले हिमाचल प्रदेश के टूरिज्म में नए पंख लगने जा रहे हैं। सैलानियों के बीच लोकप्रिय धर्मशाला से मैक्लोडगंज के बीच रोप-वे जल्द शुरु होने का रास्ता बनता दिखाई दे रहा है। इस रोप-वे का लगभग 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है और इसी महीने ट्रायल होगा और अगले महीने रोव-वे की सेवाएं शुरु हो सकती हैं।
कांगड़ा जिले में स्थित धर्मशाला सैलानियों के बीच एक जाना-पहचाना नाम है। यह राज्य की शीतकालीन राजधानी है। यह जगह स्मृद्ध इतिहास से परिपूर्ण है तो इससे कुछ दूरी पर मैक्लोडगंज में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मुख्यालय हैं, और इस कारण यह दलाई लामा का निवास स्थल तथा निर्वासित तिब्बती सरकार की राजधानी है। यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम है तो कुछ अन्य महत्वपूर्ण स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं।
धर्मशाला में रोप-वे प्रोजेक्ट की परिकल्पना साल 2015 में पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने रखी थी। उस वक्त शर्मा शहरी विकास मंत्री थे। साल 2017 में इसे वन विभाग से क्लीयरेंस मिल गई थी और उसके बाद उसी साल इसका नीव पत्थर भी रखा गया था। तब से लेकर अबतक प्रोजेक्ट का 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है। अब निजी कंपनी की ओर से इस प्रोजेक्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस रोप वे में अब ट्रालियां लगाना शुरू हो चुकी हैं। इस माह के अंत तक ट्रायल भी हो जाएगा। यानी अगले माह धर्मशाला रोपवे शुरू हो सकता है।
इस रोपवे का सफर धर्मशाला में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए बेहद सुरक्षित होने वाला है। धर्मशाला रोपवे देश का ऐसा पहला रोपवे होगा, जो अति अत्याधुनिक बन रहा है। इस रोपवे की खासियत यह है कि यह बिना गियर का होगा। यानी रोपवे स्व: संचालित होगा। रोपवे की ट्रॉली में गेयर नहीं होने के कारण यात्री जल्द दूसरे छोर पर पहुंच पाएंगे। अत्याधुनिक तकनीक से लेस होने के कारण रोपवे में एक घंटे में 800 यात्री सफर कर सकेंगे।
अत्याधुनिकता की वजह से धर्मशाला रोपवे में 7 फीसदी बिजली भी कम खर्च होगी, जिसका फायदा पर्यटकों को सस्ती टिकट के रूप में मिल सकता है। रोपवे के बनने से पर्यटकों को मैक्लोडगंज जाने के लिए एक और सुविधा मिल जाएगी। इसे धर्मशाला में पर्यटन को बढ़ावा और यातायात की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से बनाया जा रहा रोपवे प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण पर है।
इस बारे में भाजपा मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा ने बताया कि इस बिना गेयर वाले रोपवे में 18 ट्रॉलियां लगाई जाएंगी। हर ट्रॉली में एक साथ आठ लोग सफर कर सकेंगे। वहीं यह आधुनिक तकनीक वाला रोपवे दूसरों के मुकाबले पांच से सात प्रतिशत कम बिजली इस्तेमाल करेगा। वहीं, दूसरे गेयर वाले रोपवे के मुकाबले इसके रखरखाव का खर्चा भी कम है। पिछले सप्ताह से रोपवे प्रोजेक्ट में ट्रालियां लगाई जा रही हैं। जल्द ही कार्य को पूरा कर लिया जाएगा औक उद्घाटन के बाद रोपवे को शुरु कर जिया जाएगा।