.. पंजाब में महामारी से बुरा हाल, मौत दर काबू से बाहर
…पिछले 70 सालों में अकालियों कांग्रेसियों ने पंजाब की सेहत सुविधाओं का किया बुरा हाल
चंडीगढ़, 16 मई
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब के गांव-गांव व शहर-शहर लोग कोरोना के साथ मर रहे हैं, परन्तु कांग्रेसी कुर्सी की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का पंजाब के लोगों के साथ कोई सरोकार नहीं क्योंकि एक अपनी कुर्सी बचाने के लिए लड़ रहा है, और चार उस की कुर्सी पर बैठने के लिए लड़ रहे हैं।
रविवार को पार्टी के मुख्य दफ़्तर से जारी एक बयान के द्वारा हरपाल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की नालायकी के कारण कोरोना बीमारी पंजाब के गांव-गांव और शहर-शहर में फैल चुकी है। पंजाब में महामारी के साथ बुरा हाल और मौत दर काबू से बाहर है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को गांवों में फैलने से रोकने के लिए प्रबंध करने और पीडितों का इलाज करना कैप्टन सरकार की जिम्मेदारी है, परन्तु कैप्टन सरकार अपनी जिम्मेवारियां निभाने में पूरी तरह फैल साबित हुई है।
चीमा ने कहा कि पंजाब के गांवों में 60 से 70 प्रतिशत डिस्पैंसरियों में डाक्टरों की अनुपस्थिति है और न ही वहां दवाएं हैं। ऐसी हालत में गांवों के लोग इलाज कहां से करवाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों का सरकारी अस्पतालों से विश्वास ही उठ गया है क्योंकि उनको लगता है कि अगर कोरोना बीमारी का इलाज करवाने सरकारी अस्पताल गए तो केवल लाश बन कर ही वह वापस आऐंगे। सरकारी अस्पतालों में न डाक्टर हैं, न नर्सें और न पैरा मैडीकल स्टाफ और न ही जीवन रक्षक प्रणाली।
चीमा ने कहा ऐसे बुरे हलात में प्राईवेट अस्पतालों ने लूट मचाई हुई है। कुछ प्राईवेट अस्पताल कोरोना इलाज के नाम पर लोगों से 70-70 हज़ार रुपया एक-एक दिन का वसूल कर रहे हैं, जो आम लोगों की आर्थिक लूट है। हर रोज़ कोरोना के साथ मरने वालों के पारिवारिक मैंबर किसी न किसी जगह पर प्राईवेट अस्पतालों के खिलाफ पुलिस को शिकायतें दे रहे हैं, परन्तु पुलिस जांच करवाने का बहाना बना कर पीडितों को भेज देते हैं। उन्होंने दोष लगाया कि कैप्टन सरकार ने प्रदेश में कोरोना पीडितों के इलाज के लिए कोई फीस निर्धारित नहीं की। सरकार का प्राईवेट अस्पतालों पर कोई कंट्रोल नहीं है बल्कि गरीबों को मरने के लिए छोड़ दिया।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस सरकार का लोगों की सुरक्षा और इलाज की ओर ध्यान नहीं, बल्कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के मंत्री और नेता कुर्सी बचाने आपस में लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक दूसरे की टांग खींचने की नहीं, सरकार को सेहत ढांचे को मज़बूत करने की ज़रूरत है।