यदि रोज़ाना का 2 लाख का लक्ष्य पूरा किया तो यह भी तीन दिनों में ख़त्म हो जाएगी: मुख्यमंत्री
केंद्र को ताज़ा सप्लाई जल्द भेजने की अपीलकृषि कानूनों के मुद्दे पर केंद्र के विरुद्ध रोष होने के कारण प्रभावित हो रही है टीकाकरण मुहिम
मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी के साथ वीडियो कॉन्फ्ऱेंस के दौरान साझा की जानकारी
चंडीगढ़, 10 अप्रैल। पंजाब में एक दिन में 85,000 से 90,000 व्यक्तियों के टीकाकरण के मौजूदा स्तर के मुताबिक राज्य के पास सिर्फ पाँच दिनों की सप्लाई (5.7 लाख कोविड खुराकें) रह जाने के कारण पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्र सरकार से अपील की है कि पुष्ट किए गए सप्लाई ऑर्डरों के हिसाब से अगली तिमाही के लिए राज्यों के साथ वैक्सीन की सप्लाई का कार्यक्रम साझा किया जाए। मुख्यमंत्री ने कोविड वैक्सीन की अगली सप्लाई जल्द भेजने की उम्मीद ज़ाहिर करते हुए कहा कि यदि राज्य एक दिन में 2 लाख टीकाकरण के निश्चित लक्ष्य को पूरा करता है तो इस हिसाब से वैक्सीन तीन दिन में ख़त्म हो जाएगी। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बताया कि इस सिलसिले में उन्होंने प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है।कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी द्वारा कोविड की स्थिति के बारे में विचार-विमर्श करने के लिए बुलाई गई वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि टीकाकरण की शुरुआत धीरे होने के बावजूद रोज़ाना 85,000-90,000 व्यक्तियों के हिसाब से पंजाब अब तक 16 लाख व्यक्तियों को कोविड की खुराकें दे चुका है। इस मीटिंग में राहुल गांधी समेत कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बताया कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खि़लाफ़ व्यापक स्तर पर बढ़ रहे गुस्से के कारण अभी भी बड़ी संख्या में लोग टीकाकरण के लिए सामने नहीं आ रहे। उन्होंने कहा कि पंजाब की बड़ी आबादी कृषि भाईचारे से है और यहाँ तक कि आम जनता भी किसान आंदोलन से प्रभावित है। उन्होंने कहा, ‘‘यह गुस्सा टीकाकरण मुहिम पर प्रभाव डाल रहा है।’’ मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी को बताया कि कोरोना के मामलों में इस समय मुल्क में पंजाब 18वें स्थान पर है और पिछले 15 दिनों से प्रतिदिन 3000 मामलों की औसत के मुताबिक 8 प्रतिशत पॉजि़टिविटी दिखाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मामलों की संख्या में थोड़ी सी स्थिरता आई है, जिससे पता लगता है कि पिछले तीन हफ़्तों में सही दिशा में कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बीते दिन प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पेश किए गए ग्राफ के दौरान यह सामने आया कि पिछले पन्दरवाड़े के दौरान स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। उन्होंने खुलासा किया कि राज्य में इस समय पर 27,200 सक्रिय केस हैं और रिकवरी दर 87.1 प्रतिशत है।मुख्यमंत्री ने बताया कि नौजवान जनसंख्या में अधिक पॉजि़टिविटी दर देखी जा रही है और एनसीडीसी और आईजीआईबी की रिपोर्टों के मुताबिक और अधिक संक्रामक और घातक यूके वायरस के लिए 80 फीसदी से अधिक सैंपल पॉजि़टिव पाए गए। मुख्यमंत्री ने इस वायरस की रोकथाम पर उठाए जा रहे कदमों की जानकारी भी दी।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने टेस्टिंग और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का विवरण देते हुए बताया कि हर रोज़ 40,000 से अधिक कोविड टैस्ट किए जा रहे हैं, जिनमें से 90 प्रतिशत आर.टी.-पी.सी.आर हैं और प्रति मिलियन पंजाब की टेस्टिंग राष्ट्रीय औसत की अपेक्षा अधिक है। उन्होंने कहा कि पूरे भारत की प्रति मिलियन टैस्टिंग 824 की औसत के विरुद्ध पंजाब की टेस्टिंग औसत (पिछले 7 दिनों से अधिक के लिए) प्रति मिलियन 1350 है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन टेस्टिंग 50,000 तक बढ़ाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने मीटिंग के दौरान भरोसा दिलाया कि राज्य में कोविड के मरीज़ों को समय पर सही इलाज मुहैया करवाने और उचित संख्या में बैड, दवाएँ और रैमडिज़विर इंजैक्शन आदि की व्यवस्था की गई है।