पशुपालन क्षेत्र में परस्पर विकास की व्यापक संभावनाओं के दृष्टिगत श्रीलंका व हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल एक दूसरे के यहां यात्राएं भी करेंगे।
चंडीगढ़, 14 सितंबर- श्रीलंका ने हरियाणा के पशुपालन व्यवसाय व उत्तम नस्ल के पशुधन विशेषकर सर्वाधिक दुग्ध क्षमता की मुर्रा नस्ल की भैंस के पालन में गहरी रूचि दिखाई है। इतना ही नहीं, पशुपालन क्षेत्र में परस्पर विकास की व्यापक संभावनाओं के दृष्टिगत श्रीलंका व हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल एक दूसरे के यहां यात्राएं भी करेंगे।
इस विषय पर आज हरियाणा भवन, नई दिल्ली में श्रीलंका के पिछड़ा ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री साथाशिवम वियालेंदेरान व श्रीलंका के प्रधानमंत्री के समन्वय सचिव सेंथिल थोंडमन ने हरियाणा के कृषि व किसान कल्याण मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल के साथ बैठक कर विचार-विमर्श किया।
बैठक में हरियाणा व श्रीलंका के मध्य कृषि क्षेत्र विशेषकर पशुपालन व कृषि तकनीकों के परस्पर विकास व आदान-प्रदान की संभावनाओं के दृष्टिगत गहन विचार विमर्श हुआ।
हरियाणा के कृषि व किसान कल्याण मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने बैठक के दौरान राज्य के कृषि क्षेत्र, कृषि अनुसंधान, कृषि तकनीकों, ई-मंडी, कृषि विपणन, बागवानी उत्कृष्ट केंद्र, पशुपालन विशेषकर सर्वाधिक दुग्ध क्षमता की मुर्रा भैंस, दुग्ध संयंत्रों व अन्य संबधित विषयों पर श्रीलंका के पिछड़ा ग्रामीण विकास राज्य मंत्री को अवगत कराया।
श्रीलंका के पिछड़ा ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि वे हरियाण के कृषि व पशुपालन क्षेत्र के विकास से अभिभूत हुए हैं। उन्होंने कहा कि श्रीलंका की हरियाणा के पशुपालन विशेषकर सर्वाधिक दुग्ध क्षमता की मुर्रा नस्ल की भैंस के पालन में गहरी रूचि है। श्रीलंका व हरियाणा के मध्य कृषि व पशुपालन क्षेत्र में परस्पर विकास की व्यापक संभावनाएं हैं।
बैठक में हरियाणा प्रदेश भाजपा के विदेश संपर्क प्रकोष्ठ के सह प्रमुख श्री अभिनव बाल्याण भी मौजूद रहे।