चंडीगढ़, 15 जून। हरियाणा में पेंशन व भत्तों में इजाफा कर दिया गया है। साथ ही विभिन्न योजनाओं के जरिए दी जा रही वित्तीय सहायता भी बढ़ा दी गई है।
ये फैसला मुख्यमंत्री मनोहरलाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया। बैठक में विभिन्न विभागों आदि से जुड़े अन्य फैसले भी लिए गए जबकि कुछ नियमों में भी संशोधन किए गए।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनके तहत मासिक भत्ता, पेंशन और वित्तीय सहायता दी जा रही है। इनमें वृद्धावस्था सम्मान भत्ता, विधवा व निराश्रित महिला पेंशन, निशक्तजन पेंशन, लाडली सामाजिक सुरक्षा भत्ता, निराश्रित बच्चों को वित्तीय सहायता, बौना भत्ता, किन्नर भत्ता और स्कूल न जाने वाले निशक्त बच्चों को वित्तीय सहायता शामिल है।
कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव लाया गया था और उसपर सदस्यों ने गहन मंथन के बाद इस साल एक अप्रैल से विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत देय पेंशन, भत्ते और वित्तीय सहायता की दर में बढ़ोतरी करने पर सहमति बनी।
अब इस तरह मिलेगा पैसा
वृद्धावस्था सम्मान भत्ता, विधवा एवं निराश्रित महिला पेंशन, निशक्तजन पेंशन, लाडली सामाजिक सुरक्षा भत्ता, बौना भत्ता और किन्नर भत्ता को 2250 रुपये मंथली से बढ़ाकर 2,500 रुपये मंथली किया गया है। निराश्रित बच्चों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को 1350 रुपये मंथली से बढ़ाकर 1600 रुपये मंथली और स्कूल नहीं जाने वाले निशक्त बच्चों की वित्तीय सहायता को 1650 रुपये मंथली से बढ़ाकर 1950 रुपये मंथली किया गया है।
हरियाणा में पेंशन और भत्ते हमेशा से बड़ा मुद्दा रहा है। ये चुनावी वायदों में भी प्रमुखता से शुमार होता रहा है। प्रदेश की सत्ता में काबिज होने के लिए तमाम राजनीतिक दल पेंशन और भत्तों में बढ़ोतरी करने के वायदे करते देखे गए हैं। इस मुद्दे पर सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के दौर भी खूब चलते हैं।