पंचकूला, 22 जनवरी। साइबर ठगों पर शिकंजा कसते हुए जिला पुलिस नूंह द्वारा बड़ी कार्यवाही की गई है। पुलिस की टीम ने साइबर ठगों के एक ऐसे गिरोह को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है जो सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाते थे।
इस गिरोह के 15 सदस्यों को नूंह जिला पुलिस की टीम ने अलग-2 स्थानों से गिरफ्तार किया है जिनसे 20 मोबाइल, 29 फर्जी सिम, 250 नकली सोने के सिक्के व 01 नकली सोने की ईंट बरामद की गई है। इस उपलब्धि पर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने नूंह जिला पुलिस को बधाई दी है।
पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप ने बताया कि साइबर ठगों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए कार्ययोजना तैयार की गई और अलग-2 टीमों का गठन किया गया। टीमों द्वारा विशेष अभियान चलाया गया जो मंगलवार सुबह करीब 11 बजे शुरू हुआ और देर रात तक चला। टीमों द्वारा गांव पल्ला, सौंख, नई आदि सहित अलग-2 स्थानों पर छापेमारी की गई।
इन आरोपियों द्वारा साइबर अपराध के लिए सोशल मीडिया प्लैटफार्म का इस्तेमाल किया जा रहा था। आरोपियों द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन जाते थे जिसके बाद लोगों के साथ धोखाधड़ी की जाती थी। मुख्य रूप से सभी आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी पहचान छुपाकर होटल बुकिंग, सैक्सटॉरसन, सोने का सिक्का धारक बनकर व ऑनलाइन रैपिडो टैक्सी का विज्ञापन डाल कर झांसा दिया जाता था।
साइबर क्राइम पुलिस थाना नूंह के एसएचओ विमल राय ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि इन आरोपियों द्वारा उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान से फर्जी सिम कार्ड मंगाए जाते थे। ये आरोपी सोशल मीडिया पर अलग-2 प्रकार के विज्ञापन देते थे। इसके अलावा, आरोपी अपनी पहचान छिपा कर फर्जी सिम व मोबाइल के प्रयोग से लोगों की अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर कर फर्जी खातों में पैसे डलवा कर लोगों से ठगी करते थे।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाले विज्ञापनो के झांसे मे ना आएं और किसी भी अनजाने लिंक पर क्लिक ना करें। इसके अलावा, लोग गूगल आदि पर दिए गए हैल्पलाइन नंबरों पर फोन करने से पहले इनकी आधिकारिक पुष्टि कर लें। यदि कोई भी व्यक्ति पुलिस अधिकारी, ईडी या अन्य अधिकारी बनकर डिजीटल अरेस्ट की धमकी दें तो तुरंत सावधान हो जाएं अन्यथा साइबर ठगी का शिकार होना पड़ सकता है। साइबर ठगी होने पर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर तुरंत फोन करके अपनी शिकायत दर्ज करें।