चंडीगढ़, 22 अगस्त। हरियाणा सरकार प्राइवेट सेक्टर में युवाओं को रोजगार के मौके दिलाने के लिए हर साल 200 रोजगार मेले करवाएगी।
हर जिले में जिला रोजगार कार्यालय द्वारा प्रति तिमाही एक रोजगार मेला या प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित करना अनिवार्य किया जाएगा।
यह जानकारी उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी।
डिप्टी सीएम ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
प्राइवेट सेक्टर में रोजगार से जोड़ने के लिए एक नए रोजगार पोर्टल का शुभारंभ किया गया है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण इस बार वास्तविक जॉब फेयर करवाना सम्भव नहीं हो पाया।
जिसके कारण रोजगार विभाग द्वारा विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन जॉब फेयर मॉडयूल संचालित कर दिया गया है।
राज्य के 50 हजार मेधावी युवाओं को नौकरियों के लिए फ्री ऑनलाइन विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सरकार ने हरियाणा स्वर्ण जयंती के अवसर पर 1 नवम्बर, 2016 से ‘सक्षम युवा योजना’ शुरू किया था।
योजना में PG बेरोजगारों को 3000, स्नातक बेरोजगारों को 1500 और 12वीं पास बेरोजगारों को 900 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता तथा 100 घंटे कार्य के एवज में 6000 प्रतिमाह मानदेय किया जा रहा है।
बाद में योजना के तहत पात्र विज्ञान, इंजीनियरिंग और विज्ञान समकक्ष, वाणिज्य तथा कला स्नातकों को शामिल किया गया है।
डिप्टी सीएम ने बताया कि अगस्त 2019 से पात्र बारहवीं कक्षा पास प्रार्थियों को भी इस योजना में सम्मिलित कर लिया गया है।
योजना में PG बेरोजगारों को 3000 रुपए, स्नातक बेरोजगारों को 1500 और 12वीं पास बेरोजगारों को 900 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता तथा 100 घंटे कार्य के एवज में 6000 प्रतिमाह मानदेय प्रदान किया जा रहा है।