चंडीगढ़, 9 अगस्त। हरियाणा पुलिस सिपाही परीक्षा लीक करने के मामले में कैथल पुलिस द्वारा 7 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
कैथल के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने यह जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि कैथल सीआईए-1 की पुलिस टीम हरियाणा पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा डयूटी के संदर्भ में 7 अगस्त की सुबह गश्त दौरान पेहवा चौक कैथल के पास मौजूद थी।
जहां पुलिस को सहयोगी सुत्रो से गुप्त जानकारी मिली की माता गेट कैथल के पास एक स्विफ्ट गाड़ी में तीन युवक मौजूद है जिनके पास हरियाणा पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा की आंसर की है तथा वे पेपर लीक करवा रहे है।
पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए माता गेट कैथल के नजदीक से स्विफ्ट गाडी में बैठे करीब 33 वर्षीय संदीप व करीब 25 वर्षीय गौतम दोनो निवासी खापड जिला जींद तथा करीब 27 वर्षीय नवीन निवासी प्यौदा को आंसर की सहित काबू किया गया था।
जांच के दौरान युवको के कब्जे से हरियाणा पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा की आंसर की बरामद हुई।
पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ थाना शहर में मामला दर्ज करके आगामी जांच दौरान उनके गिरोह से जुड़े गांव थुआ निवासी करीब 42 वर्षीय आरोपी रमेश को कैथल से तथा गांव किच्छाना निवासी करीब 26 वर्षीय राजेश को अंबाला से काबु करके गिरफ्तार कर लिया गया था।
आरोपी रमेश कैथल में एक कोचिंग सेंटर चलाता है।
आरोपियों से पूछताछ उपरांत उनके गिरोह से जुड़े 6वें सदस्य करीब 31 वर्षीय नरेंद्र निवासी हिसार को भी 7 अगस्त की रात सिरसा से काबू करके गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में सामने आया कि आरोपी नरेंद्र द्वारा रमेश को 6 अगस्त की रात ही आंसर की उपलब्ध करवाई गई थी।
आरोपी नरेंद्र द्वारा 1 करोड रुपए में डील करके आंसर की प्राप्त की गई थी। जो रमेश व उसके अन्य साथियों द्वारा 12 से 18 लाख रुपए में आगे जिनको की उपलब्ध करवाई गई उनके साथ बात तय की हुई थी।
सभी 6 आरोपी रविवार को न्यायालय में पेश कर दिए गये, जहाँ से 3 आरोपी न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिए गये, जबकि आरोपी रमेश, संदीप तथा नरेंद्र का गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी सहित व्यापक पूछताछ के लिये 9 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
एसपी ने बताया कि मामले की जांच दौरान सीआईए-2 प्रभारी इंस्पेक्टर सोमबीर सिंह की टीम द्वारा उचाना जिला जींद निवासी 2 आरोपी, तारखा जिला जींद निवासी आरोपी, दरोली खेडा जिला जींद निवासी आरोपी, गांव थुआ जिला जींद निवासी 2 आरोपी तथा गांव सेगा निवासी आरोपी सहित 7 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
उक्त सभी आरोपियों को आरोपी रमेश द्वारा आंसर की उपलब्ध करवाई गई थी। जो 4 आरोपियों का स्वयं का पेपर था जबकि एक आरोपी ने अपने साली के लडके, दूसरे ने काका के लडके व साले के लिए तथा तीसरे आरोपी द्वारा अपने पुत्र के लिए आंसर की प्राप्त की थी।
सभी सातों आरोपी सोमवार को न्यायालय में पेश कर दिए गये, जहां से तारखा निवासी आरोपी को न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि शेष 6 आरोपियों का वारदात में प्रयुक्त मोबाईल फोन की बरामदगी सहित अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए 3 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।
जांच के दौरान यह सामने आया है कि गिरोह सदस्यों द्वारा परीक्षा देने वाले कुछ युवको को व्हाट्सएप के माध्यम से जबकि कुछ को बाई हैंड आंसर की उपलब्ध करवाई गई थी। उनके द्वारा कैंडिडेट से आंसर की सही होने पर बाद में पैसे देने की बात तय की हुई थी, जबकि कुछ युवको से एडवांस के तौर पर चेक भी लिए हुए थे।
आंसर की कहां से लीक हुई, तथा उक्त आरोपियों के पास कहां से पहुंची इस बारे पुलिस द्वारा आगामी जांच दौरान गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है।