मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर नयी युवा नीति जल्द बनेगी: मीत हेयर
चंडीगढ़, 12 अक्तूबर:
राज्य के नौजवानों में लीडरशिप के गुण पैदा करने और सेहतमंद गतिविधियों के साथ जुडऩे के लिए मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर युवा सेवाओं विभाग द्वारा 230 नौजवानों को मनाली में एडवेंचर और ट्रेकिंग कैंप के लिए चुना गया है। युवा सेवाओं मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और पंजाब यूथ विकास बोर्ड के चेयरमैन परमिन्दर सिंह गोल्डी द्वारा दो बसों को हरी झंडी देकर पहले फेज में 10 दिवसीय कैंप के लिए 115 नौजवानों को रवाना किया गया।
मीत हेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर नयी युवा नीति जल्दी बन रही है, जिससे राज्य के नौजवानों को आगे लाया जायेगा और युवकों को शामिल करने वाली गतिविधियाँ और अधिक बढ़ाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा पिछले कई सालों से रुके शहीद-ए-आज़म भगत सिंह राज्य युवा पुरस्कार शुरू किये गए। इसी तरह आने वाले समय में यूथ क्लबों की भूमिका सक्रिय करने के लिए अवॉर्ड शुरू किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के जनसंख्या में नौजवानों का बड़ा हिस्सा होने के कारण सरकार द्वारा नौजवानों के लिए बड़ी योजनाएँ बनाई गई हैं। सरकार द्वारा केवल डेढ़ साल के दौरान 37000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ दी गईं।
युवा सेवाओं मंत्री ने नौजवानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि साहसी, सेहतमंद और मनोरंजक गतिविधियों के द्वारा उनकी शख्सियत निखर कर सामने आती है। उन्होंने नौजवानों को न्योता दिया कि वह सामाजिक समस्याओं के खि़लाफ़ लोगों को जागरूक करने ख़ासकर नशों के बुरे प्रभावों से अवगत करवाने और पराली जलाने के से प्रदूषित होने वाले पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आएं।
मीत हेयर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा हर जिले में 10-10 नौजवान चुने गए हैं और कुल 230 नौजवानों को दो ग्रुपों में बाँटकर अटल बिहारी वाजपायी इंस्टीट्यूट ऑफ माऊंटेनरिंग एंड अलायंड स्पोर्टस मनाली भेजा जा रहा है। आज रवाना हुए 115 नौजवान 12 अक्तूबर से 21 अक्तूबर तक और दूसरे ग्रुप में 115 नौजवान 30 अक्तूबर से 8 नवंबर तक मनाली में एडवेंचर और ट्रेकिंग कैंप लगाएंगे।
पंजाब यूथ विकास बोर्ड के चेयरमैन परमिन्दर सिंह गोल्डी ने नौजवानों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री और खेल मंत्री का इस प्रयास के लिए धन्यवाद किया। इस मौके पर सहायक डायरैक्टर कुलविन्दर सिंह और रुपिन्दर कौर और जिलों के सहायक डायरैक्टर उपस्थित थे।