यमुनानगर और फरीदाबाद में बनेंगे तीरंदाजी के 2 प्रशिक्षण केंद्र
चंडीगढ़, 20 अक्तूबर – हाल ही में चीन में आयोजित 19वें एशियाई खेलों में पदक जीतकर प्रदेश व देश का मान बढ़ाने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धि के लिए आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सभी विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। दानवीर कर्ण की धरा करनाल में पदक विजेता खिलाड़ियों व प्रतिभागी खिलाड़ियों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता खिलाड़ियों को 75 लाख रुपये नगद पुरस्कार, प्रशंसा पत्र और नौकरी का ऑफर लेटर देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की खान-पान संस्कृति के अनुरूप इन विजेता खिलाड़ियों को एक-एक देसी घी का टीन (पीपा) भी दिया जाएगा। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी और भविष्य में खेल प्रतियोगिताओं में जीत की कामना की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि शूटिंग में खिलाड़ियों को बढ़ावा देने हेतु राज्य सरकार द्वारा जिला झज्जर के गांव निमाना तथा पंचकूला के सेक्टर-32 में शूटिंग रेंज स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, जिला यमुनानगर के तेजली स्टेडियम में और फरीदाबाद के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में 2 तीरंदाजी के केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि गांवों व शहरों में जो स्थानीय खेल आयोजित किए जाते हैं, उन खेलों के दौरान विभिन्न उपकरणों की मांग आती है, इसके लिए सरकार ने नीति बनाई है, जिसके तहत सभी खेलों के उपकरणों को सरकार मुहैया करवाएगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जो खेल राष्ट्रीय खेलों की सूची में शामिल नहीं हैं, ऐसे छोटे व स्थानीय खेलों की अन्य एसोसिएशन को भी इनाम के दायरे में लाने का सरकार काम कर रही है। इन खेलों के विजेता खिलाड़ियों को भी सामान्य खेलों की तर्ज पर विभिन्न पुरस्कार राशि प्रदान करके उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि ऐसे सामान्य खेलों को और बढ़ावा मिल सके।
खिलाड़ियों के सम्मान समारोह से पहले मुख्यमंत्री ने खेलो इंडिया योजना के तहत हरियाणा में 10 खेलो इंडिया केंद्रों का उद्घाटन कर उन्हें प्रदेशवासियों को समर्पित किया। ये केंद्र जिला अंबाला, फरीदाबाद, पलवल, यमुनानगर, जींद, झज्जर, चरखी दादरी, कुरुक्षेत्र, कैथल और भिवानी में स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों की स्थापना से हरियाणा में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर में नये आयाम जुड़ेंगे।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि केंद्रीय खेल मंत्रालय की ओर से हरियाणा के लिए 15 खेलो इंडिया केंद्रों की मंजूरी मिली है, जिनमें से 10 केंद्रों का आज उद्घाटन किया गया है और 5 और केंद्र भी अगले वर्ष स्थापित किए जाएंगे। ये 5 केंद्र हिसार, सिरसा, नूंह, सोनीपत और करनाल में खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर से आग्रह करेंगे कि शेष 17 जिलों में भी खेलो इंडिया केंद्र स्थापित करने की मंजूरी दी जाए, ताकि सभी 22 जिलों में केंद्र खुलने से हम बच्चों को खेलों इंडिया व अन्य बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर सकें।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित खिलाड़ियों व स्कूली छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा का किसान, जवान और पहलवान धाक्कड़ है, इसलिए म्हारा हरियाणा धाक्कड़ है। उन्होंने कहा कि आज का यह कार्यक्रम केवल सम्मान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गर्व और आभार का भी कार्यक्रम है। हमें गर्व है कि खेलों की दुनिया में हरियाणा ने अपना एक स्थान बनाया है। देश व विदेश में खेले जाने वाले खेलों में हरियाणा की भागीदारी औसतन 30-40 प्रतिशत मेडल की रहती है। इसलिए हमें अपने खिलाड़ियों पर गर्व है। साथ ही, खिलाड़ियों के अभिभावक और कोच का आभार, जिन्होंने इनका सहयोग किया और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि 19वें एशियाई खेलों में हरियाणा के लगभग 80 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और उन्होंने 30 मेडल हासिल किए हैं और कुल मेडलिस्ट की संख्या 44 है।
श्री मनोहर लाल ने खिलाड़ियों से कहा कि आप सभी अभी से तैयारी शुरू कर दें और अपने आपको ओलंपिक के लिए तैयार करें। उन्होंने कहा कि हरियाणा का नाम देश में टॉप पर है, लेकिन दुनिया में भारत का नाम मेडल तालिका में प्रथम लाने के लिए अभी और मेहनत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हरियाणा लगातार खेलों में अपना योगदान दे रहा है, यदि उसी प्रकार अन्य राज्य भी अपना योगदान करेंगे तो निश्चित रूप से भारत दुनिया में प्रथम स्थान पर पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में खेल के मामले में हरियाणा नंबर वन है। रियो ओलंपिक से लेकर एशियन गेम्स तक हर प्रतियोगिता में हरियाणा के खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराया है। देश को ट्रैक एंड फील्ड का पहला गोल्ड मेडल हरियाणा के ही नीरज चोपड़ा ने दिलाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खेल नीतियों का आज अन्य राज्य भी अनुसरण कर रहे हैं। हरियाणा में हम ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 6 करोड़ रुपये और नौकरी की सुविधाएं दे रहे हैं। इसी प्रकार से एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 3 करोड़ रुपये की नगद पुरस्कार व नौकरी की सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खेल नीतियों में कई प्रकार के सुधार किए हैं। बच्चों में बचपन से ही खेल प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए कैच दैम यंग पॉलिसी के तहत प्रदेश में 1100 नर्सरियां चलाई जा रही हैं, जहां बच्चों की रुचि व क्षमता के अनुसार खेलों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
सम्मान समारोह के दौरान केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर का शुभकामना संदेश भी चलाया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा खेल भूमि बनी है और यहां के खिलाड़ियों ने बार बार खेलों में देश का नाम ऊंचा किया है। एशियन गेम्स में आज तक के इतिहास में सबसे ज्यादा मेडल भारत ने इस बार 107 मेडल जीते हैं और चौथे स्थान पर रहा है। भारत की इस ऊंची छलांग में हरियाणा का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि यह हरियाणा सरकार की खेल नीतियों का ही कमाल है जो बार-बार ऐसे अवसर प्रदान होते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने खिलाड़ियों को सुविधाएं प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, उसी प्रकार मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने भी खिलाड़ियों को अब तक 300 करोड़ रुपये से भी अधिक राशि पुरस्कार स्वरूप दी है और लगभग 225 खिलाड़ियों को नौकरियां भी प्रदान की हैं। यह दिखाता है हरियाणा ने बाकी राज्यों से बढ़कर काम किया है, इसके लिए मुख्यमंत्री व उनकी टीम को बधाई।
उन्होंने कहा कि हरियाणा को 15 खेलों इंडिया सेंटर्स की मंजूरी मिलने पर बहुत बधाई व शुभकामनाएं। इन केंद्रों में पूर्व चैंपियन खिलाड़ियों को नियुक्त किया जाएगा और वे भविष्य के खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करेंगे।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने भी खिलाड़ियों को बधाई व शुभकामनाएं दी और खिलाड़ियों को पुरस्कार देने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर विधायक श्री हरविंद्र कल्याण, श्री धर्मपाल गोंदर, मेयर श्रीमती रेणू बाला गुप्ता, खेल विभाग के प्रधान सचिव श्री नवदीप सिंह विर्क, जिला उपायुक्त श्री अनीश यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।