चंडीगढ़, 8 जून। हरियाणा और पंजाब की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ से सटे Panchkula में पंचकूला मैट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएमडीए) गठित होगी।
इसकी घोषणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की।
उन्होंने हरियाणा के एक मात्र हिल स्टेशन मोरनी को भी टूरज्म का एक बड़ा सेंटर बनाने के लिए इलाके में पैराग्लाइडिंग समेत होम स्टे योजना शुरु करने की घोषणा भी की।
Panchkula तीसरा शहर जहां अलग से डेवलपमेंट अथॉरिटी बनेगी
यहां इस बात का जिक्र भी करते चलें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल भी पंचकूला को पैरिस के बराबर डेवलप करने का सपना रखते थे।
वो बात अलग है कि Panchkula समय के साथ केवल चंडीगढ़ का कनेक्टिड टाऊन ही बनकर रह गया।
Panchkula के अलावा आसपास देखें तो मोहाली में ग्रेटर मोहाली डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) है
वक्त के साथ मोहाली जिले ने काफी तरक्की की है जबकि चंडीगढ़ और मोहाली के मुकाबले पंचकूला पिछड़ गया है।
अब मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि पंचकूला में विकास के काफी काम करने हैं और इसके लिए तेजी से कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने Panchkula के लिए पीएमडीए के गठन की घोषणा करते हुए कहा कि इससे इलाके में तेज विकास में मदद मिलेगी
क्योंकि ये भी एनसीआर के गुरुग्राम स्थित जीएमडीए और फरीदाबाद के एफएमडीए के पैटर्न पर काम करेगा।
Panchkula को आर्थिक राजधानी बनने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री बनने के बाद से मनोहर लाल पंचकूला को हरियाणा की दूसरी ‘आर्थिक राजधानी’ के रूप में डेवलप करने का सपना रखते हैं।
इस उद्देश्य के लिए Panchkula को ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस’ के रूप में विकसित करने के लिए ‘पंचकूला इंटिग्रेटिड प्लान’ तैयार किया गया,
जिसकी मुख्यमंत्री ने खुद समीक्षा की।
Panchkula के लिए यह सोच इस लिए भी है क्योंकि ट्राइसिटी में शामिल पंचकूला में विकास की काफी संभावनाएं हैं।
यहां वो इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार हो सकता है जिससे ये इकॉनौमिक कैपिटल के तौर पर स्थापित हो सके।
इसी कारण सरकार ने पंचकूला में विभिन्न विकास शुल्क और करों को लगभग एक तिहाई कम किया है
और इन्हें मोहाली और ज़ीरकपुर के बराबर लेकर आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडीसी और आईडीसी को कम करने के निर्णय से जहां एक ओर पंचकूला का समग्र विकास सुनिश्चित होगा
तो वहीं दूसरी ओर पंचकूला को स्मार्ट सिटी, पर्यटन स्थल, शिक्षा और मेडिसिटी हब के रूप में विकसित करने की योजना में अहम लाभ होगा।
पंचकूला में खुलेंगे आधुनिक सुविधाओं से युक्त दो बड़े अस्पताल
पंचकूला को Medical Hub बनाने के लिए भी मुख्यमंत्री ने शहर में दो बड़े अस्पताल सेक्टर-32 और सेक्टर-5 सी में खोले जाएंगे।
इसके अलावा, पंचकूला के सेक्टर-3 में 22 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश की पहली संयुक्त फूड व ड्रग टेस्टिंग लैब खोली जा रही है।
थापली में वेलनेस सेंटर और पंचकर्मा केंद्र डेवलप किया जा रहा है।
साथ ही, पंचकूला में नर्सिंग कॉलेज भी खुलेगा।
पंचकूला में एजुकेशन सिटी के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।
नगर निगम एरिया में चंडीमंदिर में इसके लिए जगह की तलाश की गई है।
इसके अलावा, सेक्टर-23, पंचकूला में नेशनल फैशन टैक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (निफ्ट) खोला जा रहा है।
बरवाला में फार्मा उद्योग को बढ़ावा देने की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि पंचकूला हिमाचल और दिल्ली का गेट-वे है,
इसलिए पंचकूला को औद्योगिक और लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित करने की योजना है।
इस दिशा में बढ़ते हुए बरवाला में दवा उद्योग के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार उद्योगपतियों के सम्पर्क में है।
इसके लिए बद्दी इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के साथ बैठक हो चुकी है और आगे की योजना तैयार की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि बरवाला को औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित करने, पंचकूला आई.टी. पार्क को
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया के साथ संचालित करने जैसे निर्णय लिए गए हैं।
मोरनी बनेगा Adventure Spot। Paragliding , Trekking और Home Stay scheme होगी लॉंच
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला का मोरनी अपने हरे भरे वातावरण के लिए जाना जाता है
यही कारण है कि यह शहर आगंतुकों जो पंचकूला से होकर गुजरने वाली खूबसूरत पर्वत श्रृंखलाओं का आनंद लेना चाहते हैं।
पंचकूला को Tourism Hub के रूप में विकसित करने के लिए मोरनी में पैराग्लाईडिंग (Paragliding in Morni) सुविधाओं को विकसित किया है।
वहां 20 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पैराग्लाइडिंग की शुरूआत की जाएगी।
पैराग्लाइडिंग खेल में काफी जोखिम रहता है इसलिए प्रतिभागियों के बीमा आदि का भी प्रावधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ट्रैकिंग रूट ऐसे बनाए जाएंगे, ताकि युवा सायं के समय आसानी से गंतव्य स्थल पर पहुंच जाएं।
होम स्टे/फार्म स्टे पॉलिसी तैयार कर ली गई है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।
इसके अलावा, पहाड़ों के लिए टूरिज्म सर्किट रूट, माउंटेन ट्रेल और माउंटेन बाइकिंग के लिए रास्तों की पहचान की गई है।
कोविड-19 महामारी के कारण इन्हें शुरू नहीं किया जा सका है। हालात सामान्य होने पर इनका शुभारंभ किया जाएगा।
नाडा साहिब गुरुद्वारा व माता मनसा देवी मंदिर में 54 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत के विकास कार्य प्रगति पर हैं।
साथ ही, पंचकूला के सेक्टर-5 में एक स्टेट-ऑफ-आर्ट पुरातात्विक संग्रहालय स्थापित किया जा रहा है।