मौके पर सरकार की नीतियों की जानकारी लेकर करवा रहे हैं समाधान
चंडीगढ़, 31 जनवरी- विकसित भारत संकल्प यात्रा हरियाणा के लोगों के लिए कारगर साबित हुई है। जहां पहले लोगों को समस्याओं के समाधान के लिए ब्लाक व जिला मुख्यालय के सरकारी कार्यालयों में जाना पड़ता था, वहीं यात्रा के दौरान लोगों की समस्याओं का उन्हीं के घर-द्वार पर समाधान हो रहा है। इससे उनके धन व समय की भी बचत हुई।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की दूरदर्शी सोच है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान लोगों को केंद्र व राज्य सरकार की हितकारी योजनाओं से अवगत कराने के साथ-साथ उन्हें लाभ भी पहुंचाना है। इस प्रक्रिया की लोगों ने खूब सराहना भी की है। मुख्यमंत्री इस दौरान लोगों की मिली समस्याओं व उनके समाधान को लेकर भी गंभीर हैं। वे स्वयं इसका फीड बैक लेकर अधिकारियों को निर्देश देते हैं कि वे लोगों की दिक्कतों को दूर करें। यात्रा को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। यात्रा में 51 लाख 20 हजार 718 लोगों ने भागीदारी कर हरियाणा को देश का सिरमौर बना दिया है। इस दौरान महिलाओं की खासी भागीदारी रही। यात्रा में 21 लाख 54 हजार 375 महिलाओं ने हिस्सा लेकर जता दिया है कि नारी शक्ति सरकार की नीतियों में पूरे तन -मन से विश्वास जता रही हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है कि वर्ष 2047 तक भारत को विश्व का विकसित राष्ट्र बनाना है, इसी लक्ष्य को पाने के लिए उन्होंने समस्त भारत में 16 नवंबर 2023 से विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की थी। यह यात्रा हरियाणा में 30 नवंबर से शुरू हुई, जो कि गांव के हर वार्ड और शहर के हर मोहल्ले तक पहुंच रही है।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान गांव, कस्बों और शहरों में महिलाओं, मेधावी विद्यार्थियों और खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा रहा है, जिससे उनका हौसला बढ़ा है। विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 37 हजार 964 महिलाओं को पुरस्कृत किया गया। इसी तरह से 49 हजार 457 मेधावी विद्यार्थियों और 7320 प्रतिभावान खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।
यात्रा के दौरान लोगों स्वास्थ्य जांच कैंप लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। मौके पर ही उन्हें मुफ्त दवा वितरित की जा रही है। कैंप में 8 लाख 68 हजार 204 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई तथा 5 लाख 94 हजार 733 लोगों की टीबी की जांच की गई। इसके अलावा लोगों को कई योजनाओं का भी फायदा दिया गया। यात्रा के दौरान 18 हजार 239 लोगों के आधार कार्ड बनाए गए हैं।