डायरेक्टर सेलिंग कर आपदा को अवसर में बदले- अभिषेक गुप्ता
नई दिल्ली, 23 जून। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कई चीजें में बदलाव लेकर आया है। लोगो को अपने स्वस्थ की चिंता तो है ही और उनके काम और आय पर भी असर पड़ रहा है।
कंज्यूमर सेंटिमेंट पर एक सर्वे से पता चलता है कि कोरोना के चलते 80% कामकाजी लोगों की आय में आई कमी आयी है और 90 फीसदी से ज्यादा लोगों का मानना है कि भविष्य में और भी कठिन समय आ सकता है। कई लोगों को डर है कि वे अपने परिवार की सुरक्षा कैसे कर पाएंगे और साथ ही साथ उन्हें हर स्तर पर आर्थिक नुकसान हो रहा है।
आय को बढ़ाने के लिए डायरेक्ट सेलिंग एक कारगर उपाय है डायरेक्ट सेलिंग कंपनी अपने प्रॉडक्ट्स दुकानों के जरिए सेल करने के बजाय कंज्यूमर्स को सीधे बेचती हैं। एक डायरेक्ट सैलर दूसरे लोगों को सेल्स टीम से जोड़कर अपना डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क खड़ा कर सकता है।
डायरेक्ट सैलर को सेल्फ एंप्लॉयड माना जाता है और उसे कमिशन मिलता है। यह इंडिया में डायरेक्ट सेलिंग का सबसे पॉप्युलर मॉडल है। आजकल डायरेक्ट सेलर्स इंटरनेट और सोशल नेटवर्किंग का इस्तेमाल भी करते हैं।
इसी कड़ी में अल्टोस इंटरप्राइजेज पिछले 21 साल से डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में एक जाना माना नाम है। अल्टोस के डायरेक्टर अभिषेक गुप्ता ने बताया कि कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से अधिक आयु का है, इसमें शामिल हो सकता है और एल्टॉस का डायरेक्ट सैलर बन सकता है। इससे ना सिर्फ उनकी आय में बढ़ोतरी होती है अपितू परिवार की इच्छाओं को पूरा करने का अवसर भी मिलता है। निश्चित तौर पर ऐसे समय में आपदा को अवसर में बदलने का समय है। जिसके लिए डायरेक्ट सेलिंग सबसे बेहतर विकल्प है। आज लगातार कामकाजी लोग भी इस डायरेक्ट सेलिंग से जुड़ रहे हैं और लाभ ले रहे हैं।