चंडीगढ़, 11 अक्टूबर। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने कपूरथला जिले के फगवाड़ा सिटी थाने में एस. एच. ओ. के तौर पर तैनात इंस्पेक्टर जतिंदर कुमार और उसके साथी जसकरन सिंह उर्फ जस्सा निवासी गांव बुर्ज हमीरा, (मोगा) को 50,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त गिरफ्तारी कुलविंदर कौर निवासी गांव चाचोकी (फगवाड़ा) की शिकायत के आधार पर की गई हैं।
उन्होंने बताया कि कुलविंदर कौर ने ब्यूरो के सामने आरोप लगाया था कि आरोपी ने मार्च में उसके बेटे हरशदीप, उसकी पत्नी आशिमा और साले अंश शर्मा को उस समय हिरासत में लिया था जब वह फगवाड़ा के एक स्थानीय होटल में खाना खा रहे थे। इसके बाद उसके पुत्र के विरुद्ध उक्त थाने में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंस एक्ट (एन. डी. पी. एस.) के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था।
मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने हरशदीप की पत्नी और साले को इस केस में शामिल न करने के बदले 50,000 रुपए रिश्वत की मांग की और शिकायतकर्ता ने दबाव में आकर उसे रिश्वत दे दी।
उसने आरोप लगाया कि बाद में इंस्पेक्टर जतिन्दर कुमार ने हरशदीप का डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल फोन, सोने की अंगूठी और सोने के कानों के स्टड्डों को केस के सबूतों में से निकालने के बदले अतिरिक्त 50,000 रुपए की मांग की। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की रकम अदा की और सामान उसे वापस कर दिया गया।
शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपी इंस्पेक्टर ने उसके साथ बार-बार संपर्क किया और उसे तारा नर्सरी से खरीदे पौधों और गमलों के कुल 35,000-40,000 रुपए के बिलों का भुगतान करने के लिए कहा और शिकायतकर्ता ने रकम अदा कर दी। इसके अलावा, इंस्पेक्टर ने अदालत में उसके पुत्र के पक्ष में चालान दायर करने और मुकदमे और सबूतों में उसका समर्थन करने के बदले शिकायतकर्ता से एक लाख रुपए की मांग की। यह सौदा 50,000 रुपए में तय हो गया। शिकायतकर्ता ने इसको रिकॉर्ड कर लिया और ब्यूरो के पास सबूत के तौर पर पेश किया।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत की प्राथमिक जांच के उपरांत विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर इंस्पेक्टर जतिंदर कुमार और उसके साथी जसकरन सिंह को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 50,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया। इस संबंध में ब्यूरो के जालंधर रेंज थाने में मुकदमा दर्ज करके इस मामले की आगे जांच जारी है।