चंडीगढ़, 9 दिसंबर। हरियाणा की ऐतिहासिक भूमि पर आज महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी बीमा सखी योजना का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर पानीपत में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में देश की जनता को संबोधित करते हुए श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वर्ष 2015 में पानीपत से उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी, जिसका हरियाणा के साथ-साथ देश में सकारात्मक प्रभाव पड़ा और आज यहां से बीमा सखी योजना का शुभारंभ किया गया है। इस नाते से पानीपत की धरा नारी शक्ति का प्रतीक बन गई है।
हरियाणा वासियों को सौगात देते हुए कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के मुख्य परिसर का शिलान्यास किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने सांकेतिक रूप से हरियाणा, कर्नाटक, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश की कुल 5 महिलाओं को बीमा सखी नियुक्ति पत्र सौंपे। पूरे देश में लगभग 25 हजार बीमा सखियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल, हरियाणा की कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी और कुमारी आरती सिंह राव मौजूद थे।
नरेंद्र मोदी ने हरियाणा को विश्व शांति और धर्म का ज्ञान देने वाली धरा बताते हुए कहा कि हरियाणा की धरा पर आना उनके लिए बेहद सुखद अनुभव है। इस समय धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन हो रहा है। गीता की इस धरती को वे नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के साथ उनका लगाव किसी से छिपा नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनावों के दौरान हरियाणा के लोगों ने जो एक है-तो सेफ हैं के नारे को अपनाया, उसका प्रभाव पूरे देश में नजर आया। हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने के लिए उन्होंने प्रदेशवासियों का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में नायब सिंह सैनी की सरकार बने कुछ ही हफ्ते हुए हैं लेकिन, उनकी प्रशंसा देशभर में हो रही है। राज्य सरकार बनते ही प्रदेश में बिना पर्ची-बिना खर्ची के युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है, वो पूरे देश ने देखा है। उन्होंने हरियाणा वासियों को भरोसा दिलाया कि तीसरी बार बनी डबल इंजन की सरकार राज्य के विकास को तीन गुणा गति से आगे बढ़ाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र और हरियाणा सरकार लगातार किसानों के कल्याण के लिए काम कर रही है। हरियाणा में पिछले 10 सालों में किसानों को सवा लाख करोड़ रुपये एमएसपी के लिए दिए गए हैं। धान, बाजरा, मूंग के किसानों को 14,000 करोड़ रुपये दिए गए हैं। सूखा प्रभावित किसानों को 800 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आज शिलान्यास किए गए महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल फल-सब्जी के क्षेत्र में हरियाणा को अग्रणी बनाने के लिए अहम योगदान होगा।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीमा सखी योजना की शुरुआत से आज भारत ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में 9 अंक का बहुत महत्व है। नवरात्रि में 9 दिनों तक माँ शक्ति की पूजा करते हैं। आज का दिन भी नारी शक्ति की उपासना का दिन है, जब बीमा सखी योजना का शुभारंभ किया गया है।
उन्होंने कहा कि बीमा सखी योजना के तहत 3 सालों में 2 लाख बीमा सखी बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत महिलाओं को एलआईसी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। बीमा सखी कम से कम 1 लाख 75 हजार रुपये सालाना से अधिक आय कमाने में सक्षम होंगी। महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा देने जा रही यह योजना इंश्योरेंस फॉर ऑल मिशन को गति प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को यह ही समझ नहीं आ रहा कि पिछले 10 सालों से नरेंद्र मोदी को माताओं-बहनों का आर्शीवाद कैसे मिल रहा है। जो लोग माताओं-बहनों को वोट बैंक के लिए इस्तेमाल करते थे, चुनावों में उनके नाम से केवल घोषणाएं करते थे, वो लोग इस मजबूत रिश्ते को समझ ही नहीं पाएंगे। इस रिश्ते को समझने के लिए उन्हें 10 सालों के सफर को याद करना होगा। 10 पहले तक महिलाओं के लिए शौचालय नहीं थे, गैस कनेक्शन नहीं थे, घर में पेयजल नहीं था, महिलाओं के नाम पर संपत्ति नहीं थी। हमारी सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए इन सभी कार्यों को किया। विधानपालिकाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2024 में पेश किए गए बजट में देश में महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के लिए 3.3 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का हमेशा से मानना रहा है कि महिलाओं को विकास प्रक्रिया में सिर्फ न केवल भागीदार बनाना है, बल्कि उन्हें नेतृत्व प्रदान करना है।