देहरादून, 12 दिसंबर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गुरुवार को सचिवालय में उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के सदस्यों और पंडा पुजारियों ने भेंट की। उन्होंने बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थलों में शीतकालीन दर्शन यात्रा के लिए मुख्यमंत्री द्वारा की गई अभिनव पहल के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की इस शीतकालीन यात्रा के सफल संचालन में चार धाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत के साथ अन्य सभी संबंधित संस्थान एवं संगठन आदि को भी सहयोगी बनना होगा।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा का सफलतापूर्वक संचालन हो, इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। शीतकालीन यात्रा से राज्य की आर्थिकी को भी बढ़ावा देने में मदद मिलेगी तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें। पंच बद्री व पंच केदार के साथ ही चारों धामों के शीतकालीन यात्रा प्रवास के आसपास के प्रमुख तीर्थ एवं पर्यटक स्थलों को विकसित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए है। चारधाम यात्रा मार्गों के आबादी वाले क्षेत्रों में सुगम यातायात एवं पार्किंग की भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए गए है।
महा पंचायत के सदस्यों और पंडा पुजारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उत्तराखंड के चार धामों, यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के बाद इन धामों की शीतकालीन पूजा, मां यमुना की खरसाली (खुशी मठ) मां गंगा की मुखवा (मुखीमठ), केदारनाथ की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ एवं उद्धव व कुबेर की पूजा पांडुकेश्वर तथा शंकराचार्य के गद्दी स्थल ज्योतिर्मठ के नरसिंह मंदिर में की जाती है।
उन्होंने चारों धामों के तीर्थ पुरोहित एवं पुजारी समाज द्वारा मुख्यमंत्री से चारों धामों के शीतकालीन पूजा स्थलों का व्यापक प्रचार प्रसार के साथ ही इन पूजा स्थलों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर चार धाम महा पंचायत के अध्यक्ष एवं गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, महापंचायत के महासचिव बृजेश सती, मीडिया प्रभारी रजनीकांत सेमवाल, गंगा पुरोहित सभा अध्यक्ष संजीव सेमवाल, निखिलेश सेमवाल, अनिरुद्ध उनियाल, जगमोहन उनियाल, उमेश सती, प्रशांत डिमरी आदि अन्य मौजूद थे।