चंडीगढ़, 12 दिसंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों की बदौलत हरियाणा का नाम विश्व के खेल मानचित्र पर चमक रहा है। प्रदेश में लगातार बढ़ रही खेल संस्कृति को देखते हुए सरकार ने खिलाड़ियों के प्रोत्साहन और कल्याण के लिए अपने संकल्प पत्र, 2024 में हर खिलाड़ी को 20 लाख रुपये का मेडिकल बीमा कवर देने का संकल्प लिया है।
इसी प्रकार, राज्य स्तर पर प्रति वर्ष तीन सर्वश्रेष्ठ अखाड़ों को 50 लाख रुपये, 30 लाख रुपये व 20 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, जिला स्तर पर भी तीन सर्वश्रेष्ठ अखाड़ों को 15 लाख, 10 लाख और 5 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री आज कुरुक्षेत्र में हरियाणा कुश्ती दंगल के समापन अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री सुभाष सुधा भी उपस्थित रहे। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने विजेता पहलवानों को सम्मानित किया और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों से इस दंगल में जिला और क्षेत्रीय स्तर पर 500 से अधिक पहलवानों ने भाग लिया। यह गर्व का विषय है कि आज कुश्ती के विभिन्न श्रेणियों के फाइनल राउंड में पहुंचे 32 पहलवानों में से 16 लड़कियां हैं।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा खेलों की धरती है। जनसंख्या व क्षेत्रफल की दृष्टि से हरियाणा बेशक छोटा राज्य है, लेकिन खेल के क्षेत्र में राज्य की उपलब्धियां बेमिसाल हैं। हरियाणा ने खेल के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्तर पर खेल क्षेत्र में अनेक बदलाव हुए हैं। स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर, चयन प्रक्रिया, खिलाड़ियों को आर्थिक मदद देने वाली योजनाओं और उन्हें ट्रेनिंग देने वाली योजनाओं को प्रभावी बनाया गया है। इसी से प्रेरणा लेते हुए हरियाणा की डबल इंजन सरकार ने भी नई खेल नीति लागू की और जमीनी स्तर से ही टैलेंट की खोज से लेकर उनको प्रशिक्षण प्रदान कर ओलंपिक तक पहुंचाने का एक रोडमैप बनाया गया। इसी का परिणाम है कि आज प्रदेश में अति आधुनिक खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित हुआ है। इस नई खेल संस्कृति से खिलाड़ियों को बड़ा प्रोत्साहन मिला है। ओलम्पिक के अलावा, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और अन्य अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भी हमारे नौजवानों ने अपनी धाक जमाई हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने हेतु ‘हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021’ बनाये हैं। इसके तहत खेल विभाग में 550 नए पद बनाये गये। इसके अलावा, 224 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी है। खिलाड़ियों के लिए ग्रुप-ए से ग्रुप-डी तक के पदों की सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक विजेता खिलाड़ियों को सबसे अधिक नकद पुरस्कार देता है। अब तक खिलाड़ियों को 593 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए हैं। इसके अतिरिक्त, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 298 खिलाड़ियों को मानदेय भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले तथा पदक जीतने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। वर्ष 2014 से अब तक 29 हजार से अधिक छात्रों को 53 करोड़ 45 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मजबूत खेल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है ताकि खिलाड़ियों को सभी आधुनिक सुविधाएं प्राप्त हो सकें। प्रदेश सरकार ने खेल नर्सरियां खोली हैं और खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता के साथ-साथ आधुनिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इस समय प्रदेश में 1,489 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं। इनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन नर्सरियों में नामांकित 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 2,000 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं। उन्होंने कहा खेल दुनिया को जोड़ने का एक बहुत मजबूत और सशक्त माध्यम है। मैदान कोई भी हो, चुनौती कैसी भी हो, हमें हर हाल में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।