चण्डीगढ़, 6 जुलाई। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से लड़ने के लिए हर जिले में कोरोना माॅनीटिरिंग कमेटियां गठित की जाएं।
इन कमेटियों में प्रत्येक जिला के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन और नगर निकायों के अधिकारियों के साथ-साथ आईएमए के लोगों को भी शामिल किया जाए ताकि कोरोना की संभावित लहर से अच्छी प्रकार से निपटा जा सके।
इसके अलावा, कोरोना की तीसरी लहर के आने से पहले-पहले राज्य के ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने को प्रयास भी करना होगा।
विज ने ये निर्देश आज यहां राज्य स्तरीय कोविड माॅनीटिरिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में वीडियो कान्फे्रसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक व सिविल सर्जन के अतिरिक्त अन्य अधिकारी भी जुडे़।
विज ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर से भी ज्यादा संक्रमित होगी इसलिए हमें पहले से ही सभी तैयारियों को व्यापक रूप से करना है जिसमें आक्सीजन, वैंटीलेटर के साथ-साथ आईसीयू इत्यादि की संख्या को बढ़ाने की व्यवस्था शामिल है।
उन्होंने कहा कि ऐसा भी कहा जा रहा है कि जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग गई हैं उनमें मृत्यु दर की संभावना कम हो जाती है।
इसलिए हमें कोरोना की तीसरी लहर के आने से पहले-पहले ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज को लगाने का प्रयास करना है। अभी तक प्रदेश में 95 लाख लोगों को वैक्सीन लगी है।
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के कार्यक्रम को तेजी से बढ़ाने के लिए सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक इत्यादि संस्थाओं व एनजीओ का सहयोग भी लेना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके।
इस फार्मूले को अंबाला में लागू किया जा चुका है और यह काफी सफल भी रहा है इसलिए सभी जिला उपायुक्तों को इस फार्मूले पर काम करना होगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जब कोई भी संस्था सरकार के कार्यक्रम के साथ जुड़कर कार्य करती है तो यह कार्यक्रम एक अभियान का रूप ले लेता है इसलिए हम सभी को वैक्सीनेशन के कार्यक्रम को अभियान के तहत संचालित करना होगा। इससे सरकार व जिला प्रशासन की छवि भी निखरती है
इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से पहले-पहले सभी स्वास्थ्य देखभाल वर्करों व फ्रंट लाईन वर्करों को वैक्सीन की दोनों डोज लग जानी चाहिए।
ताकि ये कर्मी संभावित कोरोना की तीसरी लहर से लोगों की जान बचा पाएं। उन्होंने बताया कि संभावित कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए हमें युद्ध स्तर पर भी तैयारी करनी है।
विज ने कहा कि हरियाणा में कोविड की दूसरी लहर के दौरान हमने अन्य प्रदेशों के मुकाबले अच्छी प्रकार से टीम भावना के रूप में कार्य किया।
जिसके परिणामस्वरूप आज राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले घटते जा रहे हैं ।
तीसरी लहर से निपटने के लिए हमें कोरोना की पहली और दूसरी लहरों के अनुभवों का भी सहयोग लेना है और योजनाएं बनानी हैं ।
उन्होंने बताया कि हमारा रिकवरी रेट 98.62 प्रतिशत है जबकि हमारा मृत्यु दर 1.32 प्रतिशत रहा है।
हमें गंभीरता से कार्य करते हुए दूसरी लहर के दौरान हुई लोगों की मृत्यु का आकलन करना है और मृत्यु के कारणों को भी जानना है।
इसलिए विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम बनाकर इसकी जानकारी हासिल करें ताकि आने वाली तीसरी लहर में मृत्यु दर को काम किया जा सके।
उन्होंने जिला उपायुक्तों को निर्देश देते हुए कहा कि अपने-अपने जिलों में चिकित्सा से जुडे़ संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ तीसरी लहर को लेकर बैठक करें और रियलिटी चेक करें कि आपके जिलों में कितनी ऑक्सीजन बैड, वेंटिलेटर, वाईपेप इत्यादि उपकरण हैं।
इस संबंध में अपनी रिपोर्ट को मुख्यालय पर भेंजे और इस रिपोर्ट को मुख्यालय में प्राप्त आंकड़ों के साथ सत्यापित किया जाएगा।
कुछ निजी अस्पतालों द्वारा अधिक राशि वसूलने के संबंध में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निर्धारित दरों से अधिक पैसे वसूलने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही करें ताकि वे अधिक राशि वसूल न सकें।
इसके अलावा, उन्होंने निर्देश दिए कि अपने-अपने जिलों में एक तंत्र भी विकसित करें कि आपको प्रत्येक अस्पताल द्वारा जारी किए गए बिल का पता रहे।
ऑक्सीजन के बारे में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में अस्पतालों में लगाए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण भी करें। राज्य सरकार ने 50 बेड से ऊपर के सभी निजी अस्पतालों को अपना ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
इसी प्रकार, सरकारी क्षेत्र में सीएचसी से ऊपर के सभी चिकित्सा केन्द्रों में अपना ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है।
इसके अलावा, 40 ऑक्सीजन प्लांट केन्द्र सरकार द्वारा भी राज्य में स्थापित किए जाएंगे।
विज ने कहा कि वे चाहते हैं कि देश में सबसे पहले हरियाणा ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनें और प्रत्येक बैड को पाइप्ड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध हों।