चंडीगढ़, 22 फरवरी। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने नगर परिषद मलोट (श्री मुक्तसर साहिब) में तैनात क्लर्क सुरेश कुमार को एक गरीब विधवा से 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी को मलोट शहर निवासी एक विधवा महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) मिशन के तहत उसके घर के निर्माण के लिए मंजूर की जाने वाली राशि के बदले उक्त क्लर्क ने 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी, लेकिन जब शिकायतकर्ता ने दबाव डाला तो वह यह राशि किस्तों में लेने के लिए सहमत हो गया।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और उक्त कर्मचारी को शिकायतकर्ता के घर से 20,000 रुपये की पहली किश्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। ब्यूरो की टीम ने दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में आरोपी के पास से रिश्वत की राशि मौके पर ही बरामद कर ली।
इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो के बठिंडा रेंज थाने में भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है।
ब्यूरो ने दोहराया कि वह राज्य से भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और लोगों से अपील की कि यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन के व्हाट्सएप नंबर 9501-200-200 पर दर्ज कराएं।
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि विजिलेंस ब्यूरो द्वारा प्राप्त सभी शिकायतों की पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत जांच की जाएगी और सबूत सिद्ध होने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।