चंडीगढ़, 17 जुलाई। हरियाणा के कृषि व किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रदेश में एक-एक एकड़ भूमि की मैपिंग करवाकर आकडे तैयार किए जाऐंगे। ताकि राज्य की शत प्रतिशत भूमि के पंजीकरण लक्ष्य को हासिल किया जा सके। जिससे भविष्य में किसानों के लिए बनाए जाने वाली नीतियों/स्कीमों में फायदा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि ‘‘मेरा पानी मेरी विरासत‘‘ योजना में इस वर्ष दो लाख एकड़ भूमि पर फसल विविधिकरण का लक्ष्य रखा गया था जोकि अब तक लगभग 90 हजार एकड़ तक पहुंच गया है। इसको और आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसान कृषि के लिए नई-नई तकनीके अपना कर व फसलों का विविधिकरण कर पानी की बचत करके कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं ।
दलाल ने बताया कि किसानों ने इस बार धान की डी.आर.एस विधि से भी सीधी बिजाई की। जिससे 30 से 32 प्रतिशत पानी की बचत होती है। धरती की उपजाऊ शक्ति बढऩे और दालों को बढ़ावा देने के लिए मूंग, दालों और दलहन की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि मूंग, उड़द व अरहर उगाने पर 4 हजार रूपए प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि पानी बचाने के लिए ड्रिप सिंचाई, माईक्रो सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि पानी की बचत की जा सकें। इसके लिए किसानों को अनुदान भी दिया जाता है। उन्होने बताया कि किसानों को सब्जियों, फलों, मच्छली पालन, दुध की तरफ आकर्षित किया जा रहा है जिससे किसानों को कम लागत में अधिक लाभ हो।