अंबाला, 14 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि हमें आज़ादी वीर सेनानियों के बलिदान से मिली है।
खासकर अंबाला के स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका तो इतिहास के पन्नों में दर्ज है।
उन्होंने कहा कि इतिहास को खंगाला जाए तो स्वतंत्रता आंदोलन की पहली चिंगारी अंबाला में ही फूटी थी।
सैलजा शनिवार को अंबाला में स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को संबोधित कर रही थी।
इस दौरान सेनानियों द्वारा आजादी के आंदोलन में दिए गए योगदान की वजह से उनके परिजनों को भी सैलजा ने सम्मानित किया।
आजादी में वीर सेनानियों के साथ कांग्रेस की भी अहम भूमिका निभाई- सैलजा
सैलजा ने कहा कि देश की आजादी में वीर सेनानियों के साथ कांग्रेस की भी अहम भूमिका निभाई।
सैलजा ने कहा कि महात्मा गांधी आजादी के सबसे बड़े नायक थे।
उन्होंने कहा कि एक बाद फिर देश बड़ी मुसीबत में है। भाजपा राज में देश एक बार फिर गुलाम होने जा रहा है।
उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों से कहा कि पहले उनके बुजुर्गों ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी।
एक लड़ाई अब उन्हें लड़नी है ताकि इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंका जाए।
उन्होंने कहा कि विकास की बजाय यह सरकार देश को विनाश की ओर ले जा रही है।
सैलजा ने सेनानियों के परिजनों से आह्वान किया कि वे एक बार फिर बगावत का झंडा बुलंद कर देश को भाजपा से मुक्ति दिलवाएं।
अन्यथा यह सरकार देश को एक बार फिर गुलाम बना देगी।
सैलजा ने तीन कृषि कानूनों को लेकर भी सरकार को घेरा।
कहा कि इन कानूनों के खिलाफ किसान नौ महीने से दिल्ली की सीमा पर बैठे हैं मगर सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर हठधर्मिता पर अडिग है।