चंडीगढ़, 16 अगस्त। पंजाब के वित्त मंत्री स. मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल वैचारिक तौर पर पूरी तरह कंगाल हो चुकी है।
यह पार्टी डूबे हुए बैंक जैसी है, जिसने अपनी विचारधारा गिरवी रखी हुई है और अब बाऊंस चैक जारी कर रही है।
जारी प्रैस बयान में वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘आज शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने हमारे दरमियान वैचारिक मतभेद के बारे में बेतुकी टिप्पणी की है, परन्तु दूसरों पर उंगली उठाने से पहले उनको अपने गिरेबान में झाँकना चाहिए।’’
मनप्रीत सिंह बादल ने कहा, ‘‘अकाली दल उन दो अहम मुद्दों पर बुरी तरह असफल रहा है, जिनका वह अपने आप को चैंपियन कहता आ रहा था।’’
उन्होंने कहा कि मुल्क की कृषि की रीढ़ की हड्डी तोड़ने वाली भाजपा के साथ हिस्सेदारी के दौरान अकाली दल ने तीन कृषि बिल पास करवाकर देश के किसानों को धोखा दिया है।
दूसरा, अकाली दल द्वारा सिखों की नुमाइंदा जमात होने का ढिंढोरा पीटती रही है, परन्तु इस पार्टी ने सिख भाईचारे के साथ हमेशा दग़ा कमाया है और उसे निराश किया है,चाहे यह 1979 में अमृतसर में घटी घटना हो, जिसने पंजाब में संकट पैदा किया, या साल 2015 में बरगाड़ी और अन्य स्थानों पर हुई बेअदबी की घटनाएं हों।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘मैं अकाली दल को शुभकामनाएँ देता हूँ परन्तु लोग भली-भाँति जानते हैं कि अकाली दल अपने हाथ से समय गंवा चुका है और वैचारिक तौर पर दिवालिया हो चुकी पार्टी है, जो फेल हो चुके बैंक की तरह बाउंस चेक जारी कर रही है।’’