खटकड़ कलां (शहीद भगत सिंह नगर), 28 सितंबर। सीएम के तौर पर मेरा हर काम शहीद भगत सिंह की सोच के मुताबिक होगा।
यह प्रण पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस के मौके पर खटकड़ कलां में लिया।
वे शहीद भगत सिंह के पैतृक घर में भी गए।
वहां उन्होंने शहीद के घर में दाखिल होने से पहले उन्होंने घर के प्रवेश द्वार पर सिर झुका कर नमन किया।
इस मौके पर विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह, कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह और अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग भी मौजूद रहे।
चन्नी ने प्रण किया कि राज्य के प्रमुख होने के नाते उनका हर काम शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के आदर्श और सोच के मुताबिक होगा।
शहीद-ए-आज़म के पैतृक घर में विजिटर बुक में सीएम ने भावुक संदेश दर्ज करते हुये लिखा, ‘‘धन्य है यह जगह जिसने शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह जैसा नेता पैदा किया।
इस मिट्टी को अपने मस्तक पर लगाकर मुझे बेहद ख़ुशी हुई। मैं यह प्रण लेता हूँ कि बतौर मुख्यमंत्री मैं हर काम इस सोच के साथ करूँगा कि स. भगत सिंह मुझे देख रहा है।’’
उन्होंने कहा कि इस पवित्र धरती पर राष्ट्रीय स्वतंत्रता संघर्ष खातिर अपना जीवन न्योछावर करने वाले महान शहीद को श्रद्धाँजलि भेंट करके अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं।
चन्नी ने कहा कि वह शहीद-ए-आज़म के सपने साकार करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि देश हमेशा ही महान शहीद का ऋणी रहेगा।
सीएम ने कहा कि युवा अवस्था में शहीद भगत सिंह की शहादत ने नौजवानों को राष्ट्रीय आज़ादी संघर्ष में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जिस कारण देश को आज़ादी हासिल हुई।
उन्होंने कहा कि शहीद-ए-आज़म लाखों नौजवानों के लिए देश की निष्काम सेवा करने के लिए सदा ही प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।
चन्नी ने नौजवानों को शहीद भगत सिंह के नक्शे कदमों पर चलने का न्योता दिया जिससे भारत को प्रगतिशील और ख़ुशहाल मुल्क बनाया जा सके।
इससे पहले उन्होंने शहीद के पिता स्व. किशन सिंह के समाधी स्थल पर श्रद्धाँजलि भेंट की।
उन्होंने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर भी श्रद्धा-सुमन भेंट किये।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शहीद के रिश्तेदारों को भी सम्मानित किया।
इनमें सतविन्दर सिंह और हरजीवन सिंह गिल, शहीद की बहन अमर कौर के पोते, भाई स्व. कुलतार सिंह के पुत्र स. किरणजीत सिंह, भाई स्व. कुलबीर सिंह की बहु तेजविन्दर कौर संधू, भाई स्व. कुलबीर सिंह सिंह की पोती अनुश प्रिया और शहीद सुखदेव थापर के परिवार से अशोक थापर और विशाल नायर शामिल हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नौजवानों और खेल क्लबों को 31 खेल किट भी बांटीं।