चंडीगढ़, 1 अक्टूबर। राज्य के गन्ना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि गन्ना किसानों को जल्द से जल्द भुगतान करना सुनिश्चित करें।
इसके अलावा, उन्होंने नारायणगढ़ चीनी मिल को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि पिराई सत्र 25 नवंबर से पहले-पहले आरंभ हो जाए और साथ ही इस मिल के किसानों का पूरा भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री आज यहां पिराई सत्र के संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि सहकारी और निजी चीनी मिलों में पिराई सत्र 5 नवंबर से शुरू होगा।
बहादुरगढ़ और सरस्वती चीनी मिलों का पिराई सत्र 20 नवंबर से पहले-पहले शुरु होना चाहिए।
साथ ही, करनाल और पानीपत चीनी मिलों में सुचारू रूप से पिराई सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए।
करनाल और पानीपत दोनों मिल क्रमश: इस साल दिसंबर और अगले साल जनवरी से अपनी बढ़ी हुई क्षमता के साथ पिराई आरंभ करेंगी।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों में रखरखाव और मरम्मत के आवश्यक कार्य सुनिश्चित करने के साथ-साथ सहकारी और निजी चीनी मिलों के प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए जाएं कि वे पिराई सत्र को समय पर आरंभ करें और किसानों को समय पर भुगतान करना सुनिश्चित करें।
बैठक में सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, सहकारिता विभाग के सचिव ए. श्रीनिवास, कृषि विभाग के महानिदेशक हरदीप सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।