चंडीगढ़, 6 मई। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में जिला उपायुक्तों द्वारा जो कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है, उसमें कांग्रेस पार्टी के विधायकों को नहीं बुलाया जा रहा है। इस संकट के समय सबको मिलकर कार्य करना चाहिए। लेकिन प्रशासन द्वारा कांग्रेसजनों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल नूंह जिले में आए, लेकिन नूंह जिले को सौगात देने की बजाय वहां से वेंटिलेटर उठा लिए गए। जब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो उनपर मुकदमे दर्ज कर दिए गए। रमजान के पवित्र मौके पर उन्हें जेल में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार कोरोना से लड़ने की बजाय कांग्रेस से लड़ रही है। यह बहुत ही शर्मनाक है कि इस संकट के समय में भाजपा सरकार राजनीति पर उतारू है। पूरी कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ी है।
यह बातें हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने गुरुवार को नूंह, पंचकूला, दादरी, कुरुक्षेत्र जिले की कांग्रेस कोविड रिलीफ कमेटी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक लेने के दौरान कहीं। इस दौरान उन्होंने सभी जिलों की मौजूदा स्थिति के बारे में कमेटी के सदस्यों से बातचीत की और कमेटियों द्वारा इस महामारी में कोरोना पीडितों की मदद के लिए चलाए जा रहे राहत कार्यों का जायजा लिया।
कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार राजनीति करने में जुटी हुई है। दुनिया में हमारे देश की छवि खराब होती जा रही है। बहुत ही दुःख की बात है कि सरकार अपनी पीठ थपथपाती रही और कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पूरे देश में तबाही का मंजर ला दिया। भाजपा सरकार ने विदेशों में आई दूसरी लहर से कोई सबक नहीं लिया। टीकाकरण पर जोर नहीं दिया गया। प्रदेश सरकारों ने केंद्र सरकार के कहने पर घोषणा की थी कि 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण होगा। लेकिन आज वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि हमारे हरियाणा प्रदेश में भी यही हाल हैं। सिर्फ घोषणाएं की जा रही हैं। धरातल पर कुछ भी नहीं हो रहा है। हरियाणा प्रदेश में हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते जा रहे हैं।