चंडीगढ़, 11 नवंबर। पंजाब की मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) ने DAP compost संकट पर केंद्र व पंजाब सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकाला।
आप विधायक पंजाब विधानसभा session के शुरु होने से ठीक विधानसभा की तरफ कूच किया।
इस दौरान हाईकोर्ट चौक पर चंडीगढ़ पुलिस ने बैरिकेडिंग कर आप विधायकों को रोकने की कोशिश की।
लेकिन ‘आप’ विधायक हाथों में तख्तियों समेत विधानसभा परिसर के अंदर जाने में कामयाब हो गए।
इससे पहले आप के विधायक सेक्टर 4 स्थित एमएलए हॉस्टल परिसर में जमा हुए थे।
रोष मार्च की अगुवाई विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने की।
इस दौरान विधायक कुलतार सिंह संधवां, सरबजीत कौर माणुके, अमन अरोड़ा, मीत हेयर समेत अन्य विधायक मौजूद रहे।
DAP compost के थैले व तख्तियां लेकर विधायकों ने जताया रोष
आप विधायकों ने हाथों में चन्नी और मोदी सरकार के खिलाफ तख्तियां ली हुई थीं।
जबकि वे DAP compost के थैले भी हाथों में पकड़े हुए थे।
AAP MLAs ने केंद्र तथा पंजाब की ruling congress पर किसानों के साथ सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए।
इन विधायकों ने चरणजीत सिंह चन्नी को अबतक का सबसे कमजोर मुख्यमंत्री करार दिया।
आप नेताओं ने कहा कि चन्नी ने अपनी कुर्सी की खातिर केंद्र सरकार के सामने समर्पण कर दिया है।
मीडिया से बातचीत में चीमा ने लगाए सरकार पर आरोप
मीडिया से बातचीत करते हुए चीमा ने सवाल केंद्र द्वारा farmers से रंजिश निकालने पर चन्नी सरकार क्या कर रही है?
चीमा ने कहा कि केंद्र की ज्यादतियों के सामने घुटने टेककर पंजाब और पंजाब के किसानों के हितों की सुरक्षा नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि पंजाब को मजबूत व स्थिर सरकार की जरूरत है, जो केवल आम आदमी पार्टी ही दे सकती है।
केंद्र व पंजाब सरकारें DAP compost की सप्लाई में अड़चन डाल रही हैं – आप
विधायकों ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के किसानों को परेशान करने के लिए DAP compost की सप्लाई में रूकावटें डाल रही है।
समय से पहले मंडियां क्यों बंद कर रही है चन्नी सरकार- ‘आप’
आप ने फसल बची होने के बावजूद मंडियों में सरकारी खरीद प्रक्रिया बंद किए जाने का मुद्दा भी उठाया।
चीमा ने इसे तुगलकी फरमान करार दिया।उन्होंने कहा कि अभी भी 15-20 प्रतिशत धान मंडियों में आनी शेष है।
केवल घोषणा करने में माहिर है चन्नी सरकार- चीमा
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि चन्नी सरकार की कथनी और करनी में दिन-रात का अंतर है।
वह अपने कहे पर अमल नहीं करती, केवल घोषणाएं ही करती है।
विपक्ष के नेता चीमा ने विधानसभा सत्र की अवधि को संक्षिप्त करार दिया और सरकार से सवाल किए।
उन्होंने कहा कि सरकार सत्र के सीधे प्रसारण से भी पल्ला झाड़ रही है।
लोक मुद्दों के हल के लिए 15 दिन लगातार चले सत्र- ‘आप’
विधानसभा सत्र के दौरान आप विधायकों ने पंजाब मुद्दों के स्थायी समाधान के लिए 15 दिन के लगातार सत्र की मांग की है।
चीमा ने कहा कि शोर-शराबे में 2-4 मिनट की बहस के साथ पंजाब के बड़े मामले कैसे हल हो सकते हैं?