चंडीगढ़, 17 नवम्बर। आखिरकार लंबे समय बाद पंजाब में LINGUISTIC OFFICERS की तैनाती हो गई है।
यह कवायद official language act को सख्ती से लागू करने के लिए की गई है।
पंजाब सरकार ने फिलहाल 15 जिलों में LINGUISTIC OFFICERS तैनात किए हैं।
हायर एजूकेशन व भाषा मामलों के मंत्री परगट सिंह ने इन LINGUISTIC OFFICERS को स्टेशन अलॉट कर दिए।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार राज भाषा एक्ट को सख्ती से लागू करने के लिए वचनबद्ध है।
पिछले 25 साल से खाली पड़े हैं LINGUISTIC OFFICERS के पद
पंजाब में Linguistic Officers के पद भरने की मांग लंबे समय से चल रही थी।
राज्य में पिछले 25 साल से भी ज्यादा समय से Linguistic Officers की भर्ती नहीं हुई है।
इस कारण 21 जिलों में Linguistic Officers के पद खाली पड़े थे।
अब मंत्री परगट सिंह की पहल पर 15 जिलों में भाषा अफसर की नियुक्ति हो गई है।
उन्होंने कहा कि राजभाषा एक्ट को सख्ती से लागू करने के लिए इन पदों को भरने की जरूरत थी।
मंत्री ने कहा कि इन नियुक्तियों के साथ अब एक्ट को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
परगट सिंह ने जिला प्रशासनों को पर्याप्त स्टाफ नियुक्त करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि स्टाफ की मदद से भाषा अफसर सक्रियता के साथ काम कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में राज्य भाषा ऐक्ट को और मजबूती से लागू करने के लिए संशोधन किए हैं।
खाली पड़े पदों को भरने के लिए दूसरे विभागों से डैप्यूटेशन पर भाषा अफसर लगाने के लिए आवेदन मांगे थे।
इन आवेदनों की जांच के बाद 15 जिलों में नियुक्तियां की गई है।
इन अधिकारियों को जिले अलॉट कर दिए गए हैं।
दिलचस्प बात ये है कि नियुक्त हुए ज्यादातर भाषा अफसर काफी तर्जुबेकार हैं।
इनमें से कुछ पीएचडी होल्डर हैं। कुछ ने पुस्तकें तक लिखी हैं।
कुछ खोज के कार्य का अनुभव रखते हैं।
इसी तरह रंगमंच तक की दुनिया में भी सक्रिय हैं।
इस मौके पर सचिव उच्च शिक्षा और भाषाएं कृष्ण कुमार उपकार सिंह भी मौजूद थे।
भाषा विभाग की डायरेक्टर करमजीत कौर ने भी इस दौरान अपने विचार रखे।