चंडीगढ़ 22 फरवरी। सरकार की वादाखिलाफी, हठधर्मिता के खिलाफ एवं fire department को पुन है निकाय विभाग में शामिल करने की मांग तेज हो गई है।
इस मुद्दे पर विभाग के कर्मचारियों व fire department के कर्मचारियों ने आंदोलन का बिगुल बजा दिया है।
इस कड़ी में आज प्रदेश की सभी पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमो के कार्यालयों के सामने गेट मीटिंग की गई।
fire department के मुद्दे पर 23 फरवरी को भी होगी गेट मीटिंग
कर्मचारी 23 फरवरी को भी कर्मचारी गेट मीटिंग और रोष प्रदर्शनों का क्रम जारी रखेंगे।
नगरपालिका कर्मचारी संघ (हरियाणा) के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने दावा किया कि आज का आयोजन सफल रहा।
शास्त्री ने कहा कि प्रदेश सरकार गत में 25 अप्रैल व 17 अगस्त को हुए समझौतों को लागू करे।
उन्होंने कहा कि मांगे पूरी की जाएं नहीं तो 25 फरवरी को सभी 90 शहरों के मुख्य बाजारों में उल्टी झाड़ू कर प्रदर्शन किया जाएगा।
2 व 3 मार्च को अपनी-अपनी पालिकाओं, नगर परिषदो एवं नगर निगमो के समक्ष12-12 घण्टे की भूख हड़ताल करेंगे।
इसके बाद 6 मार्च को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता के आवास पर राज्य स्तरीय प्रदर्शन करेंगे।
इसके बाद भी मांगों का समाधान नहीं किया तो संघ मंत्री के आवास पर ही आगामी बड़े आंदोलन की घोषणा करेगा।
शास्त्री ने सरकार पर कर्मचारी और दलित विरोधी होने का भी आरोप लगाया।
ये हैं कर्मचारियों की मांगे
fire department को पुन: शहरी स्थानीय निकाय विभाग में शामिल किया जाए।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग किया जाए।
सफाई कर्मियों सीवरमैनों, फायर कर्मचारियों व अन्य सभी तृतीय श्रेणी व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ठेका प्रथा से मुक्त किया जाे।
स्वीकृत पदों पर दो वर्ष के अनुभव के आधार पर नियमित किया जाए।
सामाजिक आर्थिक मापदंड की समीक्षा करते हुए इसका लाभ दिया जाए।
इसके अलावा भी कर्मचारियों की कई मांगे हैं, जिन्हें मंजूर करने की मांग की गई।