चंडीगढ़, 8 नवंबर। ऐलनाबाद उपचुनाव जीतने के बाद Abhay Chautala ने पांचवी बार विधायक (MLA) पद की oath ली।
वे अपने समर्थकों के साथ ट्रैक्टर पर सवार होकर Haryana Vidhansabha पहुंचे थे।
उन्होंने तीन बार विधानसभा उपचुनाव जीतकर हैट्रिक भी लगाई है।
उल्लेखनीय है कि इनेलो नेता अभय चौटाला ने ऐलनाबाद by-election में अपनी परंपरागत सीट बरकरार रखी है।
इस सीट पर हाल में उपचुनाव हुआ था।
अभय चौटाला ने तीन कृषि कानून के विरोध में इस सीट से इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव लड़ा है।
Abhay Chautala ने अपने भाई-भतीजों पर साधा निशाना
इनेलो नेता अभय चौटाला ने विधानसभा परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने तमाम विरोधियों पर हमले बोले।
उन्होंने अपने बड़े भाई अजय चौटाला व भतीजों दुष्यंत व दिग्विजय चौटाला पर भी निशाने साधे।
किसानों के बीच दोबारा जाएंगे चौटाला
अभय चौटाला ने कहा कि वे दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों के बीच दोबारा जाएंगे।
इस दौरान किसान मोर्चा जो भी मांग रखेगा, उसे पूरा करेंगे।
अगर, किसान जत्थेबंदियां उन्हे फिर से इस्तीफा देने की कहेंगे तो फिर से इस्तीफा दे देंगे।
गठबंधन सरकार ने सारी सीमाएं लांघी -Abhay Chautala
Abhay Chautala ने कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव में भाजपा गठबंधन सरकार ने सारी सीमाएं लांघ दी।
उन्होंने कहा कि इस बार इलेक्शन कमीशन भी रीढ़ विहिन व्यक्ति की तरह काम कर रहा था।
हमने चुनाव के दौरान 15 शिकायतें दीं लेकिन, कमीशन ने स्टेटस तक नहीं बताया।
सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया गया, ऐसा लग रहा था जैसे कश्मीर में चुनाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि उन्हें पिछली बार से आठ हजार से नौ हजार वोट ज्यादा मिले हैं।
भाजपा अकेले चुनाव नहीं लड़ रही थी उनके साथ जजपा, हलोपा और कांग्रेस भी थे।
उन्होंने सवाल-जवाब के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा के इशारों पर चलने वाला आदमी करार दिया।
इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार ने उनके दो साल के कार्यकाल में ही बरोदा और ऐलनाबाद के दो उपचुनाव हारे हैं।
इसका मतलब है कि प्रदेश की जनता ने इन्हें सिरे से नकार दिया है।
ऐलनाबाद में हार के बाद सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
हरियाणा का माहौल खराब करने की की जा रही है कोशिश – अभय
Abhay Chautala ने कहा कि पिछले तीन दिन से साजिश के तहत हरियाणा का माहौल खराब किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एक बार फिर भाजपा के नेता इसी प्रयास में हैं।
उन्होंने कहा कि इस हालत में प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।
एक सवाल पर चौटाला ने कहा कि शेर को घायल जरूर किया जा सकता है लेकिन गीदड़ कभी राज नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि इस बार तो भाई अजय चौटाला और दोनों भाई भी प्रचार कर रहे थे लेकिन, मैं फिर से जीतकर आ गया।