चंडीगढ़, 23 अगस्त। कोरोना महामारी के दौरान लापरवाही करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह घोषणा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा के मॉनसून सत्र में शून्यकाल के दौरान विपक्ष द्वारा उठाए गए मसले पर की।
उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान व्यवस्था में लापरवाही करने वालों के खिलाफ जांच के लिए कमेटी बनाई जाएगी, जहां-जहां लापरवाही पाई जाएगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान सरकार ने प्रदेश में पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की।
उन्होंने सदन को पूरा विवरण बताते हुए कहा कि हरियाणा के अस्पतालों में लगभग 13000 लोगों की कोविड के कारण मृत्यु हुई। इनमें से लगभग 9500 हरियाणा के रहने वाले थे, जबकि लगभग 3500 हरियाणा के बाहर के कोविड मरीजों की मृत्यु हुई।
हरियाणा में लगभग 4000 निजी अस्पताल हैं। सभी जगह हर शहर में एजेंसियों के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई। जरूरत पड़ने पर पास के शहर से भी ऑक्सीजन की सप्लाई कराई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिसार, रेवाड़ी और गुरुग्राम में कुछ अस्पतालों में लापरवाही की बात सामने आई थी। इन तीनों स्थानों पर लापरवाही के मामलों की मजिस्ट्रेट जांच कराई गई है। दो स्थानों की रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा गया है कि ऐसा कोई मामला नहीं है, जहां ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत हुई है। हिसार के मामले की जांच रिपोर्ट में हिसार के सोनी अस्पताल की लापरवाही की बात सामने आई है। उक्त रिपोर्ट एसपी को भेज दी गई है जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी, की जाएगी।
उन्होंने बताया कि महामारी की दूसरी लहर के चरम पर एक बात ध्यान में आई कि कुछ अस्पतालों ने अपनी क्षमता से अधिक मरीजों को भर्ती किया।
हिसार के जिस सोनी अस्पताल की लापरवाही की बात सामने आई वहां पर खपत प्रतिदिन 80 सिलेंडर तक पहुंच गई थी जबकि अस्पताल के पास उपलब्ध सिलेंडर की संख्या 20 थी।