चंडीगढ़, 24 जनवरी। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के इस दावे को हास्यास्पद बताया कि वे sand mafia के खिलाफ लड़ रहे हैं।
अमरिंदर ने कहा कि सिद्धू ने जिन विधायकों को लेकर उनके खिलाफ विद्रोह किया,
उनमें सेकइयों के sand mafia से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सम्बन्ध हैं।
पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि,
तथ्य स्वयं साबित करते हैं कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की साख संदिग्ध है।
उन्होंने कहा कि मसला यहीं खत्म नहीं हो जाता।
ये भी वास्तविकता है कि सिद्धू की देश विरोधी ताकतों जिनमें उसके पाकिस्तानी मित्र भी शामिल हैं, से सांठगांठ है।
सिद्धू के पाकिस्तानी दोस्तों ने इस बात की कोशिश भी की कि उन्हें कैबिनेट में शामिल किया जाए,
जिससे ये साफ हो गया कि सिद्धू की वफादारी कहां हैं।
sand mafia को रोकने के लिए उठाए थे कदम – अमरिंदर
अपने खिलाफ सिद्धू द्वारा लगाए गए आरोपों पर कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि,
रेत माफिया को रोकने के लिए कदम उठाए गए थे।
ये कदम प्रशासनिक स्तर पर भी उठाए गए थे।
बल्कि कांग्रेस अध्यक्षा से कहा कि वे sand mafia से गठजोड़ रखने वाले विधायकों-नेताओं के खिलाफ कदम उठाने के निर्देश दें।
पीएलसी अध्यक्ष ने कहा कि यदि सिद्धू माफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर वाकई गंभीर हैं तो,
उन्हें चाहिए कि वे अपने कांग्रेस नेतृत्व से जाकर इस बात का जवाब मांगें,
कि जब उन्होंने निर्देश कार्रवाई के लिए मांगे थे तो उन्हें वे क्यों नहीं दिए गए।
उन्होंने कहा कि उन्होंने रेत माफिया से जुड़े नेताओं के बारे में कांग्रेस अध्यक्षा को बताया था।
ताज्जुब की बात ये है कि कांग्रेस हाईकमान ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए मुझे ही हटा दिया।
उन्होंने कहा कि सिद्दू अपने आप को कितना असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
अमरिंदर ने कहा कि मेरा राजनीतिक प्रभाव कम करने के चक्कर में सिद्धू अपनी पार्टी को खत्म करने पर तुल गए।
अब आपसी कलह के कारण कांग्रेस का बुरा हाल हो गया है।
सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी आपसी लड़ाई में ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रदेश में पार्टी का पूरी तरह से सफाया हो जाए।