चंडीगढ़, 9 सितंबर। एटीएल, फ्लिपकार्ट, मारुति जैसी बड़ी कंपनियों के बाद अब ई-कॉमर्स कंपनी ‘अमेजन इंडिया’ ने हरियाणा में अपने भंडारण नेटवर्क के विस्तार की घोषणा कर दी है।
इसके तहत अमेजन कंपनी गुरुग्राम में अपना 7वां सप्लाई सेंटर बनाएगी और इससे राज्य में हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
अमेजन इंडिया कंपनी के अनुसार उसने हरियाणा में अपना 7वां आपूर्ति केंद्र लॉन्च किया है, जिससे कंपनी की भंडारण क्षमता में 35 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी होगी।
इस केंद्र के शुरू होने से कंपनी को 2 लाख वर्ग फुट की भंडारण क्षमता के साथ बड़े उपकरणों और फर्नीचर श्रेणी के उत्पादों को रखने में आसानी होगी।
हरियाणा में अमेजन इंडिया के लगातार निवेश से आने वाले समय में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार के हजारों अवसर पैदा होंगे।
कंपनी का कहना है कि इन भंडारण केंद्रों के संचालन के लिए स्थानीय लोगों को विभिन्न प्रकार के रोजगार मिलेंगे।
इतना ही नहीं कंपनी द्वारा स्थानीय लोगों के रोजगार के लिए कौशल प्रशिक्षण जैसे अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।
बता दें कि हरियाणा में अमेजन इंडिया कंपनी निरंतर निवेश कर रही है, जिसके चलते कंपनी के अब 7 आपूर्ति केंद्र हो जाएंगे।
करीब 1.5 लाख वर्ग फुट में फैले भंडारण केंद्र की क्षमता 6 लाख घन फुट से ज्यादा की होगी।
यहां करीब 45 हजार से ज्यादा विक्रेताओं को एक बड़ा स्टोरेज स्पेस प्रदान होगा।
अमेजन इंडिया का कहना है कि यह विस्तार एक तरफ जहां हरियाणा में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा करेगा तो वहीं उनके ग्राहकों के ऑर्डर में विश्वसनीय, तेजी और सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित करने का काम करेगा।
अमेजन इंडिया के एक बड़े अधिकारी ने हरियाणा को निवेश के लिए बेहतर स्थान बताया हैं।
उनका कहना है कि हरियाणा राज्य ट्रांसपोर्ट का केंद्र है, इसी के मद्देनजर कंपनी अपने भंडारण नेटवर्क में विस्तार करते हुए सातवां आपूर्ति केंद्र भी यहां स्थापित करने जा रही है।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई नई औद्योगिक पॉलिसी ‘हरियाणा औद्योगिक एवं रोजगार नीति-2020’, ‘रोजगार सृजन सब्सिडी योजना’ आदि ऐसे कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं जिनके कारण आज एटीएल, फ्लिपकार्ट, मारुति, अमेजन इंडिया, वॉलमार्ट वृद्धि, हकदर्शक जैसी बड़ी कंपनियां हरियाणा में निवेश के लिए निरंतर आ रही हैं।
इससे जहां हरियाणा की आर्थिक प्रगति की रफ्तार बढ़ेगी तो वहीं बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे।
इसके अलावा प्रदेश में बड़ी कंपनियों के आने से छोटे उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।