चंडीगढ़, 29 जून। केंद्रीय गृह मंत्रीअमित शाह ने हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान में प्रशिक्षण और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं के लिए लगभग 50 एकड़में स्थापित किए जाने वाला उत्कृष्टता केंद्र में एक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की स्थापनाकरने का प्रस्ताव रखते हुए कहा कि केंद्र सरकार इसकी स्थापना के लिए पूरी व्यवस्थाकरेगी।
अमित शाह आज पंचकूला में चिन्हित अपराध मामलों के लिए फोरेंसिक विज्ञानमें प्रशिक्षण और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना हेतुहरियाणा सरकार तथा राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, गांधीनगर, गुजरात के मध्य समझौता ज्ञापन (एमओयू)हस्ताक्षर समारोह में बोल रहे थे।
शाह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह को सुझाव देतेहुए कहा कि इस केंद्र की प्लानिंग के दौरान यहां एक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित करनेपर ध्यान दिया जाए। इसके साथ-साथ यहां एक हॉस्टल भी बनाया जाए ताकि यहां पर पुलिस केअधिकारियों और न्यायिक अधिकारियों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस उत्कृष्टता केंद्र से आने वाले दिनों में हरियाणामें क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम में आमूलचूल परिवर्तन होगा। इतना ही नहीं, यह केंद्र उत्तर भारत केलिए एक बड़ा ट्रेनिंग केंद्र बनकर उभरेगा। उन्होंने इस अवसर पर हरियाणा प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने आज नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के साथ जुड़कर क्रिमिनल जस्टिस सिस्टमको बेहतर बनाने के लिए वैज्ञानिक आकार देने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि एनएफएस यूयूनिवर्सिटी वर्तमान में 9 राज्यों में अपना कैंपस स्थापित कर चुकी है। केंद्रीय कैबिनेट ने अभी प्रस्ताव पास किया है, जिसके तहत लगभग 16 राज्यों में यूनिवर्सिटी अपने कैंपस पहुंचाने का काम करेगी।
इस अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा, हाउसिंग एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल ने कहा किवर्ष 2022में सूरजकुंडमें इस केंद्र की स्थापना की परिकल्पना रखी गई थी और आज इस एमओयू के माध्यम से इस परिकल्पनाको मूर्त रूप प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक साइंस लैब पहले केवलप्रदेश में एक थी,अब 4 और संचालित हैं। अब नेशनलफॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस यहां होगा तो पीड़ितों को न्याय जल्द मिल सकेगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि इस केंद्र की स्थापनासे हरियाणा प्रदेश को क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम में बहुत बड़ा लाभ मिलने वाला है। कईबार साधनों के अभाव में न्याय मिलने में देरी होती थी, अब नई तकनीक के साथ हम पीड़ित कोजल्द न्याय दिलाने में सक्षम होंगे। सूरजकुंड में चिंतन शिविर के दौरान केंद्रीय गृहमंत्रीने इस कैंपस को स्थापित करने की परिकल्पना की थी, जो आज साकार हो रही है। नेशनल फॉरेंसिकसाइंस यूनिवर्सिटी की स्थापना के साथ हरियाणा यह लीड ले रहा है, इसका लाभ हरियाणा को मिलेगा।
नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ जे एम व्यास ने कहा किइस केंद्र की स्थापना से हरियाणा की फोरेंसिक कैपेबिलिटी बढ़ने जा रही है, इससे पूरे क्रिमिनल जस्टिससिस्टम को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी 92 देशोंमें फॉरेंसिक कैपेबिलिटी को मजबूत करने में मदद कर रही है। हरियाणा राज्य ने इस दिशामें पहल की है,और यहां परवर्ल्ड क्लास लैब स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी की ओर से टेक्निकलस्पोर्ट प्रदान किया जाएगा ताकि लंबित मामलों को तेजी से हल किया जा सकेगा।
मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने कहा कि यह विश्व स्तरीय केंद्रअपनी तरह का पहला केंद्र होगा, जहां एनएफएसयू अत्याधुनिक तकनीक का सहयोग देगा और फोरेंसिकसाक्ष्यों को संभालने, एकत्रकरने और प्रस्तुत करने में कानूनी अधिकारियों और जांच अधिकारियों को प्रशिक्षण दियाजाएगा। हरियाणा लोक प्रशासन एवं अभियोजन विभाग इस उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना मेंएनएफएसयू के साथ सहयोग करेगा, जो फोरेंसिक में प्रशिक्षण को बहुत बढ़ावा देगा।
इस अवसर पर वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीतकपूर, महानिदेशक अभियोजन संजय हुड्डा,हिपा की महानिदेशकचंद्रलेखा मुखर्जी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

