चंडीगढ़। Babli Case पर आंदोलनकारी किसानों तथा हरियाणा सरकार के बीच तनाव और बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा सरकार की सहयोगी जेजेपी के विधायक देवेंद्र सिंह बबली तथा किसानों के बीच टकराव के तुरंत बाद सामने आए एक बयान से यही हालात दिखाई दे रहे हैं।
विज ने किसानों को दो टूक चेतावनी दे दी है कि इस तरह का विरोध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने साफ कर दिया है कि मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
Babli Case पर विज ने क्या दी किसानों को चेतावनी
विज ने सरकार व किसानों के बीच लगातार बढ़ रहे टकराव पर तल्ख तेवर बुधवार को दिखाए।
उन्होंने बबली प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए किसानों को दो टूक बड़ी चेतावनी दे डाली कि इस तरह का विरोध बर्दाश्त नहीं होगा।
किसानों को आंदोलन करना है तो करें, काले झंडे-बैनर दिखाएं, लेकिन 200 मीटर दूर से..।
विज ने सख्त लहजे में कहा कि आप किसी को कार्यक्रम में न जाने दें, घर न जाने दें, किसी को अस्पताल में रोगियों का हाल जानने न जाने दें, आखिर ये कैसा आंदोलन है।
विज ने सख्त लहजे में कहा कि बबली प्रकरण की एक FIR में दर्ज है और इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कानून किसी को हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
पहले भी होता रहा है किसानों और सरकार के जनप्रतिनिधियों के बीच टकराव
Babli Case से पहली भी कई मौकों पर किसानों और बीजेपी–जेजेपी गठबंधन सरकार के जनप्रतिनिधियों व किसानों के बीच टकराव की घटनाएं हो चुकी हैं।
हाल में हिसार में भी मुख्यमंत्री मनोहरलाल के दौरे के वक्त किसानों और पुलिस के बीच टकराव हो गया था।
मामले में केस दर्ज तक हुए लेकिन, किसानों के तेवरों को देख बाद में सरकार झुकी और केस वापस लेने का भरोसा भी दे दिया था।
तब लगा कि मामला शांत हो गया है लेकिन, टोहाना में विधायक देवेंद्र बबली तथा किसानों के बीच हालिया टकराव ने एक बार फिर सरकार और किसानों के बीच तल्खियां बढ़ा दी हैं।
एक ओर जहां किसान नेताओं की तरफ से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं वहीं विपक्ष भी अपने तरीके से इस मुद्दे का नोटिस ले रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे पर हुए सवाल का जवाब देते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।