चंडीगढ़, 3 फरवरी। अगर सरकार ने मांगे नहीं मानी तो 7 फरवरी से Association अपने स्तर पर सभी क्लास शुरु करवा देगा।
यह चेतावनी Private School Welfare Association (हरियाणा) के प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने दी है।
वे यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
Association शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को भेज चुका है ज्ञापन
शर्मा ने बतायाकि ज्ञापन में Association ने स्कूल खोलने के लिए सभी वैज्ञानिक तथ्य रखे हैं।
उन्होंने कहा कि स्कूल बंद करने के निर्णय से अभिभावक, टीचर और बच्चे सभी परेशान हैं।
(Parents, teachers and children are all upset with the decision to close the school.)
उन्होंने कहा कि पूरे देश में स्कूल खुल चुके हैं।
हरियाणा प्रदेश में अभिभावक जगह जगह प्रदर्शन करके स्कूल खोलने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार को लगता है कि कोरोना है तो बाजार भी बंद होना चाहिए।
सब कुछ खोलकर सिर्फ स्कूलों को बंद रखना बिलकुल गलत है।
उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि 134a कि पहली लिस्ट के दाखिले करवाते समय कहा गया था कि बकाया पैसों के भुगतान के लिए पोर्टल खोला जाएगा।
लेकिन, सरकार ने पोर्टल तक नहीं बनाया है और न ही नौवीं से 12वीं कक्षाओं की फीस निर्धारित की है।
उन्होंने साफ कहा कि सरकार ने जो दूसरी लिस्ट जारी की है Association उन बच्चों का दाखिला नहीं करेगी।
शर्मा ने कहा कि अस्थायी मान्यता प्राप्त स्कूलों को स्थायी करने की मांग बहुत पुरानी है।
बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि सरकार बनने पर इन स्कूलों को नियमों में ढील देकर स्थाई किया जाएगा।
एसोसिएशन की मांग है कि सरकार अपना वाद निभाए और इन स्कूलों को स्थायी मान्यता दे।
उन्होंने कहा कि Association ने सरकार से मांग कि थी कि कोरोना काल के बिजली के बिल माफ़ किए जाएं।
सरकार ने आजतक भी इस मांग पर कोई निर्णय नहीं लिया है।
रामअवतार शर्मा ने कहा कि प्राइवेट स्कूल बहुत कठिन दौर से गुजर रहें हैं।
यदि सरकार कोई मदद नहीं करती है तो कम से कम स्कूलों पर फालतू के कानून तो न लागू करे।