चंडीगढ़, 16 नवंबर। केंद्र Fund के वितरण के समय पंजाब के आर्थिक पक्ष के साथ-साथ सुरक्षा के पक्ष पर भी विचार करे।
यह बात पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से ऑनलाइन बातचीत में कही।
इस दौरान दोनों के बीच देश में निवेश, बुनियादी ढांचे और विकास को बढ़ावा पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि सरहदी राज्य पंजाब देश की सुरक्षा के लिए डटकर खड़ा है।
उन्होंने कहा कि राज्य को स्पेशल फंड देने के लिए आर्थिक पक्ष के साथ सुरक्षा के पक्ष पर भी विचार होना चाहिए।
Fund के मुद्दे पर पंजाब की तरफ से रखी गई यह दलील
वित्त मंत्री ने कृषि प्रधान राज्य में उद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए स्पेशल पैकेज की पैरवी की।
उन्होंने कहा कि यह बॉर्डर स्टेर भी अपने पड़ोसी राज्यों जैसे हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड की तरह विशेष पैकेजों का हकदार है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग बहुत मेहनती हैं और पंजाब पर सिर्फ भौगोलिक स्थिति से ही न विचार किया जाए।
पंजाब ने 1947, 1962, 1965 और 1971 में देश के लिए लड़ाई लड़ी है।
इसके अलावा सीमा पार से ‘‘पड़ोसी मुल्कों’’ के फैलाए गए आतंकवाद के खिलाफ भी दस सालों तक राष्ट्रीय लड़ाई लड़ी है।
पंजाब को केंद्र के समर्थन की है जरूरत – मनप्रीत
वित्त मंत्री ने बताया कि पंजाब को केंद्र सरकार के समर्थन की ज़रूरत है।
पंजाब कृषि क्षेत्र में नए युग के बदलाव की चुनौतियों का सामना कर रहा है।
बादल ने अपील की कि पंजाब को पारंपरिक दो-फसलीय चक्र में से निकालना होगा।
दूसरी ओर वैकल्पिक फसलों और पशु पालन के धंधे की तरफ मोड़ने के लिए पीएलआई जैसी योजनाएं लानी चाहिए।
इससे न सिर्फ किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी, बल्कि भूजल के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
इससे पराली जलाने की समस्या का समाधान किया जा सकेगा।
पंजाब के लिए फूड पार्क की मांग रखी
मनप्रीत सिंह बादल ने पंजाब के लिए फार्मा पार्क, फूड पार्क और टेक्स्टाईल पार्क आवंटन की मांग की।
बादल ने कहा कि बिजली के मामले में हम गैस या सौर ऊर्जा को अपनाना चाहते हैं।
हम यदि किसी तरह कोयले से चलने वाले बिजलीघरों को बंद कर दें, तो बिजली सस्ती हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब के पास लौजिस्टिक्स का बढ़िया ढांचा है।