चंडीगढ़, 4 जुलाई। भ्रष्टाचार के विरुद्ध की जा रही अपनी लगातार कार्यवाही के तहत पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने शुक्रवार को ज़िला बरनाला के नगर परिषद धनौला में तैनात अकाउंटेंट दीपक सेतिया को 11,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे गिरफ़्तार किया है।
आज यहाँ यह खुलासा करते हुये राज्य विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह गिरफ़्तारी धनौला कस्बे के निवासी एक ठेकेदार की शिकायत के बाद अमल में लाई गई है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया कि आरोपी ने 2,21,402 रुपए के उसके बकाया भुगतान चेक की क्लीयरेंस कराने के बदले 11000 रुपए रिश्वत की मांग की थी।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत की पड़ताल के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्ता से 11000 रुपए रिश्वत लेते हुए दीपक सेतिया को रंगे हाथों काबू कर लिया। मौके से रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई है।
इस सम्बन्ध में विजिलेंस ब्यूरो के थाना पटियाला रेंज में उक्त मुलजिम के विरुद्ध भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। मुलजिम को कल समर्थ अदालत में पेश किया जायेगा और केस सम्बन्धी और जांच प्रक्रिया अधीन है।
ब्यूरो के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘‘यह गिरफ़्तारी भ्रष्टाचार के विरुद्ध हमारी ज़ीरो सहनशीलता नीति को उजागर करती है। हम हर स्तर पर अनियमतताओं को जड़ से उखाड़ फेंकने और लोगों के लिए जवाबदेही यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध हैं।’’
विजिलेंस ब्यूरो ने लोगों से अपील की है कि वे हेल्पलाइन के द्वारा भ्रष्टाचार के किसी भी मामले की रिपोर्ट करें जिससे अपराधियों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जा सके।