तरन तारन, 20 अक्तूबर। भारत-पाक बॉर्डर से तस्करी की बड़ी कोशिश नाकाम कर दी गई है।
तस्कर इस पार हथियार व नशे की सप्लाई करने की फिराक में थे लेकिन, इसका पहले ही भंडाफोड़ हो गया।
इस कार्रवाई को BSF व पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस (अमृतसर) ने मिलकर नाकाम किया है।
यह कार्रवाई एक खुफिया अभियान था और इसे बीओपी मियांवाली हिथार (खेमकरन सेक्टर) में अंजाम दिया गया।
कार्यकारी डीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है।
उनके अनुसार पुलिस को इस बारे में एक सूचना मिली थी।
सूचना के मुताबिक भारत-पाक बॉर्डर पर सक्रिय तस्करों ने हथियारों व नशे की बड़ी खेप छिपाई है।
इस पर काउंटर इंटेलीजेंस (अमृतसर) की टीम को मौके पर गई और बीएसएफ के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया।
सर्च में 22 पिस्तौल (जिनमें से ज़्यादातर .30 बोर स्टार मार्क), 44 मैगज़ीनें और 100 जींदा कारतूस बरामद हुए।
934 ग्राम हेरोइन का पैकेट भी बरामद हुआ। इसे धान के खेत में काले रंग के बैग में छिपा गया था।
जांच से साफ है कि तस्करी का ढंग पाकिस्तानी तस्करों द्वारा ज्दायातर इस्तेमाल किए जाते ढंग से मेल खाता है।
तस्करों ने यह खेप सीमा पार भारतीय क्षेत्र में रखी थी व इसको उनके भारतीय साथियों द्वारा हासिल किया जाना था।
डीजीपी ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस अब पाक तस्करों के साथ-साथ इस खेप को हासिल करने वाले उनके भारतीय संपर्कों की पहचान में जुटी है।
भारत-पाक बॉर्डर से पहले भी बरामद होते रहे हैं हथियार व नशे की खेप
तस्कर इससे पहले भी विभिन्न चैनलों के जरिए सीमा पार से ऐसी खेप भेजने की कोशिश करते रहे हैं।
इस कड़ी में काउंटर इंटेलीजेंस ने आरोपियों से जखीरा बरामद किया है।
जून महीने में जगजीत सिंह उर्फ जग्गू (बटाला) से 48 पिस्तौल बरामद हो चुकी है।
एक अन्य कार्रवाई में बरवानी (एमपी) से 39 पिस्तौल बरामद हुई थी।
पुलिस के अनुसार ये हथियार राज्य में असमाजिक तत्वों को सप्लाई किये जाने थे।