चंडीगढ़: 6 जुलाई। किसानी आन्दोलन की आढ़ में राजनीति से प्रेरित व सरंक्षित गुंडातत्वों द्वारा प्रदेश में भाजपा नेताओं पर जानलेवा हमलों, भाजपा कार्यालयों पर हमले तथा भाजपा नेताओं की निजी संपति का नुकसान पहुँचाने को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अध्यक्षता में शिष्टमंडल ने पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर से मुलाकात की तथा उन्हें विस्तृत जानकारी दी।
अश्वनी शर्मा ने राज्यपाल को कृषि कानूनों के विरोध की आड़ में जानलेवा हमला करने वाले बदमाशों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने और राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए डी.जी.पी. को निर्देश जारी करने संबंधी मांग पत्र सौंपा।
शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान पंजाब में भाजपा के दिग्गज नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में किसानों के विरोध की आड़ में उपद्रवियों व असामाजिक तत्वों द्वारा जानलेवा हमले किए जा रहे हैं और उनकी संपत्तियों में तोड़फोड़ की जा रही है। लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की। जो स्पष्ट रूप दर्शाता है कि उक्त घटनाओं में असामाजिक तत्वों के साथ पुलिस की मिलीभगत है। पुलिस के सक्रिय सहयोग से राज्य में दिन प्रतिदिन ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सत्ताधारी नेताओं के साथ-साथ अन्य विरोधी दल के नेता भी वर्तमान परिस्थितियों में अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस प्रकार की हिंसा और धमकियों का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में राज्य का कोई भी निवासी खुद को सुरक्षित और संरक्षित महसूस नहीं कर रहा।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि यह सब सत्ताधारी नेताओं व विपक्ष द्वारा योजनाबद्ध तरीके से अपने राजनीतिक लाभ के लिए प्रदेश का शान्तमय व भाईचारे का माहौल ख़राब करने की कोशिश की जा रही है। भाजपा कभी भी ऐसा नहीं होने देगी। भाजपा द्वारा इस संबंध में डीजीपी को भी शिकायत दी गई थी, लेकिन उनके द्वारा इस संबंध में कोई कारवाई नहीं की गई। भाजपा आपसे अनुरोध करती है कि किसानों के विरोध की आड़ में राज्य में उपद्रव करने वाले उपद्रवियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए आप स्वयं हस्तक्षेप करें तथा राज्य प्राधिकरण को निर्देश जारी करें ताकि राज्य में कानून-व्यवस्था बहाल हो सके। इस अवसर पर संगठन मंत्री दिनेश कुमार, राष्ट्रीय भाजपा प्रवक्ता इक़बाल सिंह लालपुरा, पूर्व मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी, प्रदेश भाजपा महासचिव जीवन गुप्ता, डॉ. सुभाष शर्मा, हरजीत सिंह गरेवाल, राजेश बागा आदि मौजूद थे।