चंडीगढ़, 7 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई ने दलित समाज की समस्याओं को लेकर दलित संगठनों के नेताओं के साथ एक विशेष चिंतन बैठक की।
बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा विशेष रूप से दलित समाज के नेताओं से रु-ब-रु हुए। संगठन महामंत्री दिनेश कुमार, प्रदेश भाजपा महासचिव डॉ. सुभाष शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश बागा, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार अटवाल, राजिंदर खत्री भी मौजूद थे।
बैठक में मौजूद दलित नेताओं से पंजाब में दलित समाज के मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया तथा उनके सुझाव भी लिए गए। दलित संगठनों के नेताओं ने कैप्टन के शासनकाल में दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर शर्मा को विस्तृत जानकरी दी।
इस अवसर पर दलित संगठनों डॉ. अंबेडकर एकता मंच, भगवान वाल्मीकि सेवक संघ, भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल धूना साहिब, अंतराष्ट्रीय वाल्मीकि मजहबी सिख संगठन के प्रतिनिधियों नरेश वैद, शक्ति कल्याण, विनोद वैद, सतविंदर सिंह, सतपाल सिंह पखोके, शीतल वाल्मीकि आदि ने शर्मा को बताया कि आज पंजाब में कांग्रेस के शासनकाल में अनुसूचित जाति के लोगों पर बेतहाशा अत्याचार हो रहे हैं और दलित महिलाओं व बच्चियां यौन उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं और इनकी आवाज कैप्टन सरकार के कानों तक पहुँचने नहीं दी जाती।
अश्वनी शर्मा ने दलित नेताओं को आश्वासन देते हुए कहा कि भाजपा ने हमेशा दलित समाज को सर्वोपरि रखा है और केंद्र की मोदी सरकार दलितों व गरीबों की हितैषी सरकार है। मोदी सरकार ने दलितों की जरूरतों को ध्यान में रख कर दलित समाज के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं जिसका लाभ दलित समाज के लोग ले रहे हैं। भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जिसमें सभी वर्गों का समान रूप से विकास हो सकता है। शर्मा ने कहा कि बैठक में चितन के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।