जालंधर 7 अक्टूबर। स्व. कांशीराम के प्रीनिर्वाण दिवस के अवसर पर 9 अक्टूबर को जालंधर में बहुजन समाज पार्टी (BSP) द्वारा की जाने वाली भूल सुधार रैली के लिए बीएसपी व अकाली दल (बादल) ने पूरी ताकत लगा दी है।
इस कड़ी में वीरवार को दोनों पार्टियों ने रैली की तैयारियों के लिए समीक्षा बैठक की।
इसमें शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल और BSP के प्रदेश अध्यक्ष सरदार जसवीर सिंह गढ़ी शामिल हुए।
गढ़ी ने कहा कि स्व. कांशी राम ने साल 2001 में पंजाब में पहली बार भूल सुधार रैली की थी। उन्होंने कहा कि स्व. कांशी राम ने BSP को सत्ता में लाने के लिए अपना सारा जीवन कुर्बान कर दिया जिसके तहत उत्तर प्रदेश में BSP ने 1995 के बाद 4 बार अपना मुख्यमंत्री बहन कुमारी मायावती के रूप में बनाया और 1993 में उत्तर प्रदेश में सांझा सरकार में एक बार ओबीसी समाज से आने वाले मुलायम सिंह यादव को मुख्यमंत्री बनाया।
उन्होंने कहा कि 2022 में जहां बहुजन समाज के पास सत्ता में भागीदार बनने का अवसर आया है वही सत्ता की चाबी पर भी कब्जा करने का मौका है। इसी के तहत बहुजन समाज पार्टी और शिरोमणि अकाली दल का गठबंधन बहन कुमारी मायावती के निर्देशानुसार हमारे सामने है।
मौजूदा दौर में भी 2022 के चुनावों के लिए बहुजन समाज के सामने महापुरुषों की बात न मानने के कारण हुई अनेक भूलों को सुधारने का अवसर आया है और इस भूल को सुधारने के लिए हर गांव में से खुद ब खुद अपने साधनों और संसाधनों के जरिए हजारों कार्यकर्ताओं की शिरकत से भूल सुधारने का संकल्प लेना चाहिए और 2022 की तैयारी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह भूल सुधार रैली स्व. कांशीराम के प्रीनिर्वाण दिवस के अवसर पर जालंधर में होने जा रही है जबकि इससे पहले भूल सुधार रैली कांशी राम ने 2001 में होशियारपुर के रोशन ग्राउंड में की थी।