चंडीगढ़, 19 मई। पंजाब की मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश सरकार सेकोरोना से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
पार्टी विधायक दल की उपनेता सर्बजीत कौर माणूके व विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा कोरोना पीड़ित बच्चों और परिवारों को विशेष आर्थिक मदद देने का स्वागत करते हुए पंजाब की कांग्रेस सरकार से मांग की है कि दिल्ली सरकार की तरह राज्य के कोरोना पीड़ितों को मदद दी जाए।
आप नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी ने दिल्ली में बहुत बुरा असर दिखाया, जिस कारण बहुत से बच्चे अपने माता-पिता से बिछड़ गए और हजारों परिवारों के कमाने वाले भी नहीं रहे। इस दुख की घड़ी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों की जिंदगियां बचाने के लिए दिन-रात काम किया। इसके साथ ही कोरोना पीड़ित परिवारों के उज्जवल भविष्य के लिए नकद राशि और पैंशन देने के ऐलान किए हैं।
उन्होंने कहा कि देश के सबसे अमीर राज्य, पंजाब की कांग्रेस सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए जरूरी प्रबंध करने और महामारी से पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद करने में बुरी तरह फेल हुई है। कैप्टन अमरिंदर सिंह की बिना-ऐलान वाली तालाबंदी से राज्य में लाखों परिवारों की रोजी-रोटी बंद हो गई है लेकिन, मुख्यमंत्री ने किसी भी परिवार तक खाना-पानी पहुंचाने का कोई प्रबंध नहीं किया है।
‘आप’ नेताओं ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग की है कि जिस तरह दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कोरोना के कारण कमाने वाले व्यक्ति की मौत पर उनके परिवारों को 50 हजार रुपये का मुआवजा और अनाथ बच्चों को हर माह आर्थिक मदद, उनके खाने-पीने, रहन-सहन और पढ़ाई का खर्चा उठाने का फैसला किया है, वैसे ही कैप्टन सरकार भी करे। इस के अतिरिक्त राशन कार्ड वाले परिवारों सहित बिना राशन कार्ड परिवारों को भी मुफ्त राशन दिया जाए।