चंडीगढ़, 8 जुलाई। दलित छात्रों की पोस्ट मैट्रिक वजीफा राशी में घोटाला करने वाली कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की अलोचना करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन सरकार वजीफा घोटाले की जांच रिपोर्ट केंद्र सरकार को न भेज कर अपने भ्रष्ट मंत्रियों और सिपाहियों को बचा रही है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय और राष्ट्रीय एस.सी कमीशन की तरफ से राज के उच्च अधिकारी कृपा शंकर सरोज की जांच रिपोर्ट और मंत्रियों की तरफ से तैयार की रिपोर्ट समेत पंजाब सरकार की कार्यवाही रिपोर्ट की मांग की गई है।
वीरवार को पार्टी के मुख्य दफ्तर से जारी बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार पोस्ट मैट्रिक वजीफा घोटले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से करवाए और दलित छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और मनप्रीत बादल और आधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करे।
चीमा ने बताया कि कैप्टन सरकार ने दलित छात्रों की वजीफा राशि में करोड़ों रुपए का ग़बन किया है, जिस की जांच पंजाब सरकार के उच्च अधिकारी कृपा शंकर सरोज की तरफ से की गई थी और इस रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के खासम खास मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की देखरेख में 63.91 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ था और 39 करोड़ रुपए से सम्बन्धित रिकार्ड भी गायब किया गया है। जब कि ऐसी शैक्षिक संस्थाओं को 16.91 करोड़ रुपए की रकम का भुगतान किया गया, जिनके खिलाफ आडिट टीम ने 8 करोड़ रुपए की वसूली की सिफारश की थी।उन्होंने कहा कि इस सारी घटना से पता लगता है कि राज खजाने में से 24.91 करोड़ से अधिक का डाका मारा गया है।
‘आप’ नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब के सामाजिक कल्याण मंत्री की तरफ से नकली कॉलेजों के प्रबंधकों को वजीफा राशि दी गई, जिस कारण असली कॉलेज में पढ़ते लाखों दलित छात्रों को शिक्षा से वंचित कर दिया गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह की आलोचना करते चीमा ने कहा अपने साथी मंत्री को मंत्रियों की समिति से ही वजीफा घोटाले में क्लीन चिट दिलाने का शानदार नाटक किया गया। इस के साथ ही समिति ने जांच करने वाले उच्च अधिकारी पर गंभीर टिप्पणी की और कैप्टन सरकार ने उस अधिकारी का विभाग ही बदल दिया।
चीमा ने केंद्र सरकार से मांग की है कि दलित छात्रों के वजीफा राशि का बकाया पैसा जारी किया जाए, जिससे दलित छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो जाए। इसके साथ केंद्र की एजेंसी से वजीफा घोटाले की मुकम्मल जांच करवाई जाए और पंजाब के सामाजिक कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ लाखों छात्रों का जीवन बर्बाद करने के आरोप में मामला दर्ज किया जाए।