नई दिल्ली, 15 जुलाई। सीबीआई ने पांच लाख रुपए की कथित घूसखोरी के मामले में नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी), फरीदाबाद (हरियाणा) के चीफ जनरल मैनेजर (फाइनेंस) तथा रिश्वत देने वाले व्यक्ति सहित दो निजी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
एनएचपीसी के चीफ जनरल मैनेजर (फाइनेंस) ,निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) के सीनियर जनरल मैनेजर (प्रोजेक्ट) व एक निजी व्यक्ति; मुम्बई स्थित एक निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) तथा अन्य अज्ञातों के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ है। उक्त निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम), कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) के निकट स्थित एनएचपीसी के पार्वती हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (स्टेज-II) में काम कर रही थी। आरोप है कि उक्त निजी कम्पनी के 1.36 करोड़ रु. (लगभग) एवं 1.9 करोड़ रु. (लगभग) के दो दावे और 2 करोड़ रु. (लगभग) के कुछ अतिरिक्त बिल पेंडिंग थे। निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) के सीनियर जनरल मैनेजर (प्रोजेक्ट) ने सीजीएम (वित्त), एनएचपीसी से उक्त भुगतान को जल्द करने का निवेदन किया, जिसके लिए सीजीएम (वित्त), एनएचपीसी ने कथित रूप से रिश्वत की डिमांड की।
सीबीआई ने जाल बिछाया और एनएचपीसी) के चीफ जनरल मैनेजर (फाइनेंस) को 5,00,000/- रु. की रिश्वत स्वीकार करने के दौरान पकड़ा। निजी कम्पनी (संयुक्त उद्यम) के सीनियर जनरल मैनेजर (रिश्वत देने वाला व्यक्ति) तथा रिश्वत ले जाने वाले व्यक्ति को भी पकड़ा गया।
फरीदाबाद (हरियाणा), कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) तथा दिल्ली में तलाशी ली गई जिसमें संपत्ति और वित्तीय लेन देन के दस्तावेज सहित आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।