अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की नशा मुक्त-हरियाणा अभियान की शुरुआत
चंडीगढ़, 26 जून
हरियाणा से नशे की बुराई को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर प्रदेशव्यापी नशा मुक्त-हरियाणा अभियान की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ने 5 मई को अपने जन्म दिवस पर संत समाज के साथ शुरू किए गए नशा मुक्ति के संकल्प को मात्र 51 दिनों में ही धरातल पर उतार दिया। नशा मुक्ति अभियान को प्रभावी बनाने के लिए नई टास्क फाॅर्स भी बनाई जाएगी ताकि नशे पर पूर्ण रूप से अंकुश लग सके। नशे की समस्या से अधिक प्रभावित सिरसा, अंबाला, यमुनानगर और पंचकूला जिलों पर विशेष अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान के तहत सरकार के साथ संत समाज सहयोगात्मक तरीके से नशा पीड़ितों को जागरूक कर उन्हें समाज में मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेंगे और नागरिकों को भी नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताएंगे, ताकि कोई व्यक्ति नशे का आदि न बने।
नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आज पंचकूला में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित जनों में आज जिन बच्चों का जन्म दिवस है, उन्हें मुख्यमंत्री ने पुष्प गुच्छ देकर जन्मदिन की बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दिन का सही उद्देश्य तभी सफल होगा, जब हम मिलकर एक अभियान चलाएं और इस अभियान को समाज हित में क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने आह्वान किया कि नशे की समस्या को दूर करने के लिए संत जनों के माध्यम से समाज के अंदर हर व्यक्ति, हर संस्था अपनी भूमिका निभाएं।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने कभी अपना जन्म दिवस नहीं मनाया था, लेकिन इस बार 5 मई को यह मन में आया कि इस दिन किसी अच्छे काम की शुरुआत करनी चाहिए। इसी सोच के साथ संत समाज के सामने जल संरक्षण और नशा मुक्ति अभियान के दो विषय रखे थे। इसी सोच को सार्थक करते हुए आज नशा मुक्त हरियाणा अभियान का आगाज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जो क्षेत्र खासकर सिरसा से लेकर अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, इस समस्या से प्रभावित है, वहाँ से सभी संस्थाओं को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज इस कार्यक्रम में संतों, एनजीओ, नशा मुक्ति केंद्रों और विभिन्न खापों के प्रतिनिधि भी आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार साधन उपलब्ध करवा सकती है, इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवा सकती है और योजनाओं में सहयोग कर सकती है, लेकिन जन जागरण का काम सामाजिक लोग ही कर सकते हैं।
नशा मुक्ति हरियाणा अभियान के तहत बनाई जाएगी नई टास्क फोर्स
श्री मनोहर लाल ने कहा कि नशा मुक्त हरियाणा अभियान के तहत एक टास्क फोर्स बनाई जाएगी, जिसमें सभी सामाजिक संस्थाएँ, धार्मिक संस्थाएं, सरकार के प्रतिनिधि व पुलिस अधिकारी तथा संबंधित विभागों के प्रतिनिधि इस टास्क फोर्स का हिस्सा होंगे। सभी लोग आपसी समन्वय स्थापित कर पूरे प्रदेश में अभियान चलाएंगे।
उन्होंने बताया कि दवाओं की अवैध बिक्री को रोकने हेतु मोबाइल ऐप साथी बनाया है। आपराधिक गतिविधियों के डेटाबेस के लिए सॉफ्टवेयर हॉक विकसित किया है तथा पंचकूला में अन्तर्राज्यीय ड्रग सचिवालय की स्थापना की गई है। इसके अलावा, राज्य सरकार जन जागृति के लिए विशेष जागरूकता अभियान चला रही है। इसके लिए ग्राम से राज्य स्तर तक मिशन टीमों का गठन किया है।
उन्होंने कहा कि समय-समय पर संत समाज से भी आह्वान किया गया है कि जिन क्षेत्रों में समस्याएं हैं, वहां लोगों के बीच में जाएं और मार्गदर्शन कर उन्हें नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें। इसके लिए डेटा भी इकट्ठा किया जा रहा है कि कितने नागरिक प्रभावित हो चुके हैं। वो डेटा भी आप लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा।
आत्मबल, साहस और शक्ति से नशे जैसी किसी भी समस्या पर विजय पाई जा सकती है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मन में आत्मबल, साहस और शक्ति हो तो नशा या कोई भी समस्या को दूर किया जा सकता है और उस पर विजय प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा, मेडिटेशन या योग साधना को भी जीवन का महत्वपूर्ण अंग बनाकर नशे की समस्या पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को भी संस्कार मिलने चाहिए कि नशा एक बुरी चीज है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण की सुरक्षा, जल संरक्षण और नशा मुक्ति अभियान, ये सभी सामाजिक अभियान है। उन्होंने कहा कि नशे के फैलने में या फैलाने में देश विरोधी ताकतें भी शामिल होती हैं। नशे के आदान-प्रदान में पैसे का बहुत बड़ा रोल है। ज्यादा धन कमाने के लिए व्यक्ति ऐसे कामों में संलिप्त हो जाता है। इससे भी हमें सावधान रहना है। इसलिए नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए सभी को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
संत समाज नशा मुक्ति अभियान में सरकार का देगा पूरा सहयोग- गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि आज इस कार्यक्रम के आयोजन से यह स्पष्ट दिखता है कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल नशे जैसी बुराई पर कितना अधिक गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि 5 मई को मुख्यमंत्री के साथ संतों ने इस नशा मुक्ति के भाव को पूरी तरह से स्वीकार किया और केवल स्वीकार ही नहीं किया बल्कि योजनाएं बनाकर उस पर कार्य करना प्रारंभ किया है। यह निश्चित रूप से एक अच्छी पहल है। संत समाज नशा मुक्ति अभियान में सरकार का पूरा सहयोग देगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा में बड़ी अच्छी पहल हुई थी कि गांवों के सरपंच पढ़े लिखे होंगे। आज युवा वर्ग सरपंच बनकर अच्छी ऊर्जा व चेतना के साथ प्रगति के कार्य करने की योजनाओं को क्रियान्वित कर रहे हैं। जियो गीता के तहत भी किए जाने वाले कार्यक्रमों में हरियाणा सरकार की पहल नशा मुक्त अभियान को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में लगभग 152 नशा मुक्ति केंद्र है और इन केंद्रों में जियो गीता का प्रयास रहेगा कि योग व व्यायाम करवाया जाए। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हरियाणा देश का ऐसा प्रथम राज्य बनेगा, जो नशा मुक्त होगा। इस अभियान के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री, हरियाणा सरकार और सभी संबंधित विभागों की सराहना की।
कार्यक्रम के दौरान सभी संतों ने नशा मुक्ति अभियान के तहत उनकी संस्थाओं द्वारा किए जाने वाले कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनों से हरियाणा को नशामुक्त करने के लिए शुरू की गई पहल को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देने और अन्य लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने की शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम में उपस्थित जनों ने भी नशा मुक्ति के लिए विचार साझा किए।
प्रधानमंत्री के नशा मुक्त भारत अभियान में हरियाणा सरकार देगी महत्त्वपूर्ण योगदान- राजेश खुल्लर
इस अवसर पर सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजेश खुल्लर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2018 में नशे की समस्या का पता लगाने के लिए देशभर में हर राज्य, हर जिले में सर्वेक्षण किया गया और 254 ऐसे जिले सामने आए हैं, जिनमें ये समस्या गंभीर है या गंभीर होने के कगार पर है। इन 254 जिलों में हरियाणा के 16 जिले शामिल हैं। 15 अगस्त 2020 को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान में हरियाणा सरकार निरंतर सहयोग कर रही है। इसके अलावा, नशे की रोकथाम, नशे की तस्करी पर भी अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठा रही है।
हरियाणा में नशा बेचने वाले 6044 लोगों को किया गया गिरफ्तार, 52-53 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी की गई अटैच
श्री राजेश खुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए अनेक कदम उठाए। पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए कि नशा बेचने वालों, तस्करों को बख्शा न जाए। वर्ष 2022 में राज्य में नशे की दवाएं बेचने वाले, तस्कर या रिटेलर, ऐसे 6044 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, नशा तस्करों की लगभग 52-53 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी भी अटैच की गई।
श्री राजेश खुल्लर ने बताया कि नशे की समस्या की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अथक प्रयास करके 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और बैठक में निर्णय लिया गया कि इंटर स्टेट ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी बनाई जाए। इस दिशा में कदम बढ़े और पंचकूला जिले में इस अथॉरिटी का मुख्यालय स्थापित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए लगभग 9000 टीमें बनाई गई हैं, जिनमें लगभग 88,000 सदस्य हैं। इसके अलावा, धाकड़ कार्यक्रम भी चलाया जा रहा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आज शुरू किए गए इस नशा मुक्त अभियान के सफल होने से हरियाणा देश का पहला नशा मुक्त राज्य बनेगा।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल, हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन श्री सुभाष बराला, दयानंद जी महाराज, राघवानंद जी महाराज, साध्वी अमृता दीदी, रविशा जी महाराज, महंत चरण दास जी, संपूर्णानंद जी, महंत कर्मजीत सिंह जी सहित अन्य संत-महात्मा उपस्थित रहे।