चंडीगढ़ , 13 अप्रैल। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2025 – 26 से देश के किसी भी सरकारी कॉलेज में मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अनुसूचित जाति एवं ओ.बी.सी. के सभी विद्यार्थियों को पूर्ण छात्रवृत्ति दी जाएगी, इसके लिए एक पोर्टल बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री आज गुरुग्राम में महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर “ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज” द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
इस अवसर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल, सांसद उपेंद्र कुशवाह तथा कल्पना सैनी भी उपस्थित रहे।
सैनी ने लोगों को बैसाखी की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज ही के दिन महान समाज सुधारक, विचारक, लेखक और दार्शनिक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है। उन्होंने अमृतसर में जलियांवाला बाग में जनरल डायर के आदेश से अंग्रेजी सेना द्वारा गोलियां चलाने पर शहीद होने वाले नागरिकों को भी नमन किया।
महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज सुधारों के लिए समर्पित किया अपना जीवन
मुख्यमंत्री ने महात्मा ज्योतिबा फुले को नमन करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले जी ने उस समय देश और समाज को जगाने का काम किया था, जब भारत गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ थी। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन बाल विवाह को रोकने, विधवा विवाह का समर्थन करने, महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने, छुआछूत को खत्म करने और समाज को सशक्त बनाने में लगा दिया। उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा, विधवा विवाह, दलित उत्थान और शोषण के विरुद्ध आवाज उठाई, वह भी उस दौर में जब ये बातें सोचना भी कठिन था। उनका कहना था कि “शिक्षा ही व्यक्ति और समाज का उत्थान कर सकती है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर भारत का पहला लड़कियों का स्कूल पुणे में खोला। उनकी पत्नी भी एक महान समाज सुधारक और भारत की पहली महिला शिक्षिका थीं। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा, सशक्तिकरण और उनके अधिकारों के लिए अपना जीवन समर्पित किया । उन्होंने महात्मा फुले जी की जयंती पर राष्ट्रीय जागृति महासम्मेलन का आयोजन करने के लिए ‘अखिल भारतीय सैनी सेवा समाज’ की भी सराहना की।
सैनी ने कहा कि महात्मा फुले के आदर्श हमारे लिए दिशा सूचक हैं। उन्हीं के अनुरूप प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ का मंत्र दिया है।
उन्होंने कहा कि सैनी समाज का इतिहास प्राचीन और गौरवशाली है। इसने हमेशा से श्रम, त्याग और सेवा को अपना धर्म माना है। कृषि, बागवानी और जनसेवा में इस समाज का योगदान अतुलनीय रहा है। सामाजिक क्रांति के अग्रदूत महात्मा ज्योतिबा फूले व भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले सैनी समाज के रत्न हैं।
गरीबों का कल्याण-उत्थान हमारा संकल्प था, है और रहेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों का कल्याण-उत्थान हमारा संकल्प था, संकल्प है और संकल्प रहेगा। इसलिए विकास का हमारा आधार गरीब का सशक्तिकरण है। लास्ट माइल डिलीवरी पर फोकस ने इन वर्गों का जीवन बदल दिया है। वंचितों की सेवा का यह संकल्प ही सच्चा सामाजिक न्याय है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछड़े वर्गों के लिए क्रीमीलेयर की आय सीमा 6 लाख रुपये से बढ़ाकर 8 लाख रुपये वार्षिक की है तथा पिछड़ा वर्ग-बी को पंचायती राज संस्थाओं व शहरी स्थानीय निकायों में आरक्षण दिया है।
सैनी ने कहा कि गरीब के लिए बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाना बहुत मुश्किल है। इसलिए पिछड़े वर्गों के 3 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों के बच्चों की देश में पढ़ाई के लिए 15 लाख रुपये तक तथा विदेश में पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये तक का ऋण 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर दिया जाता है।
उन्होंने राज्य सरकार को किसान हितैषी बताते हुए कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां किसानों की शत- प्रतिशत फसलों को एमएसपी पर खरीदने का निर्णय लिया है। प्रदेश सरकार द्वारा ‘हर-घर गृहिणी योजना’ में 17 लाख गरीब परिवारों को हर महीने केवल 500 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपने बच्चों को शिक्षित करने की अपील की और कहा कि यही महात्मा ज्योतिबा फुले को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस मौके पर विधायक मुकेश शर्मा, बिमला चौधरी, उषा मौर्य, “ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज” के अध्यक्ष दिलबाग सिंह सैनी समेत अन्य मौजूद थे।