चंडीगढ़, 24 अप्रैल। पंजाब में पांच सौ किलोमीटर से अधिक सीमा पर सुरक्षा की दूसरी पंक्ति को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को पंजाब होम गार्ड्स के सीमावर्ती विंग में 5500 जवानों की भर्ती को मंजूरी दे दी।
इस संबंध में फैसला आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उनके सरकारी निवास पर हुई बैठक में लिया गया।
बैठक में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री ने पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हाल ही में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर राज्य के प्रति शत्रु ताकतों के नापाक मंसूबों को रोकने के लिए प्रभावी दूसरी रक्षा पंक्ति स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब में सुरक्षा घेरे को बढ़ाने के लिए पंजाब पुलिस के बॉर्डर विंग में 5500 जवानों को राज्य के सात सीमावर्ती जिलों में तैनात किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बी.एस.एफ. के पीछे दूसरी सुरक्षा पंक्ति स्थापित करने का यह प्रस्ताव अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बी.एस.एफ. के जाल से बचने वाले किसी भी तत्व को पकड़ने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्य की विशालता को देखते हुए राज्य सरकार को केंद्र से सहायता की आवश्यकता होगी, जिसके लिए वे जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के पास मानव शक्ति, हौसला और योग्यता है और अतिरिक्त संसाधनों के लिए भारत सरकार से संपर्क किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब पुलिस के पास किसी भी तरह के हमले, चाहे वह भेष में हो, को रोकने की इच्छा शक्ति, अनुभव और पेशेवर योग्यता है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इन 5500 होमगार्ड जवानों के अलावा राज्य भर में 400 से अधिक अन्य जवानों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन जवानों को सड़क सुरक्षा बल (एस.एस.एफ.), स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एस.डी.आर.एफ.) और अन्य बलों में तैनात किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और युवाओं को नौकरियां प्रदान करने के लिए बहुत जरूरी है।